गाज़ियाबाद शहर सीट में फिर बदल की संभावना, के के शुक्ला ने बीजेपी छोड़ हाथी की सवारी की ।
विधानसभा चुनाव से पहले ही नेताओं में दल बदलने का सिलसिला जारी है।जिसके तहत गाजियाबाद में भी भारतीय जनता पार्टी को एक और बड़ा झटका उस वक्त लगा है।जब ब्राह्मण समाज से के के शुक्ला ने भारतीय जनता पार्टी को छोड़ दिया और हाथी पर सवार हो गए इतना ही नहीं के के शुक्ला पार्टी छोड़ने के बाद सीधे लखनऊ पहुंचे और बसपा सुप्रीमो मायावती एवं सतीश चंद्र मिश्रा का आशीर्वाद भी ले लिया। माना जा रहा है कि गाजियाबाद विधानसभा से पहले घोषित किए गए प्रत्याशी सुरेश बंसल की तबीयत खराब है।जोकि कोरोना से ग्रसित होने के बाद यशोदा अस्पताल में भर्ती है और अभी भी वह आईसीयू में ही हैं। इसलिए बसपा अब गाजियाबाद विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी बदल सकती है और अटकलें लगाई जा रही हैं। कि जिस तरह से अचानक ही के के शुक्ला ने भाजपा को बाय-बाय किया है।उस हिसाब से केके शुक्ला को ही अब सुरेश बंसल की जगह शहर विधानसभा से प्रत्याशी घोषित किया जा सकता है।
आपको बताते चलें कि गाजियाबाद में रहने वाले के के शुक्ला भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता माने जाते हैं और ब्राह्मण समाज के भी नेता है।अभी तक वह भाजपा को जिताने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाते आए हैं। लेकिन अचानक ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को बाय-बाय किया और हाथी पर सवार हो गए इस घोषणा के बाद गाजियाबाद की राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं तेज हो गई।उधर केके शुक्ला भारतीय जनता पार्टी छोड़ने के बाद सीधे लखनऊ रवाना हुए और बसपा सुप्रीमो मायावती एवं सतीश चंद्र मिश्रा का आशीर्वाद ले लिया।
गाजियाबाद विधानसभा से बसपा ने पहले पूर्व विधायक सुरेश बंसल को अपना प्रत्याशी घोषित किया था।लेकिन जिस दिन से एक घोषणा हुई उसी दिन से सुरेश बंसल कोरोना की चपेट में आ गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा इतना ही नहीं अचानक ही उनकी तबीयत ज्यादा खराब होने पर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। हालांकि फिलहाल उन्हें वेंटिलेटर से हटा दिया गया है। लेकिन अभी भी वह आईसीयू में भर्ती हैउधर उनके समर्थक नामांकन प्रक्रिया में जुटे हुए हैं।लेकिन लगातार तबियत खराब होने के कारण अब माना जा रहा है। कि बसपा ब्राह्मण कार्ड खेलते हुए गाजियाबाद विधानसभा से के के शुक्ला को अपना उम्मीदवार घोषित कर सकती है।