बरेली के तीन चर्चित केसों में पुलिस ने लगाई एफ आर, जानिए अतुल और मनोज हत्याकांड में क्या रही वजह
बरेली। प्रेमनगर पुलिस ने चर्चित अतुल गुप्ता हत्याकांड और टिफिन व्यापारी मनोज मिश्रा हत्याकांड में अंतिम रिपोर्ट लगा दी है। दोनों मामलों में हत्या के आरोप में पुलिस की ओर से रिपोर्ट दर्ज की गई थी। अतुल गुप्ता हत्याकांड में नार्कोटेस्ट की रिपोर्ट और टिफिन व्यापारी हत्या मामले में किराएदारों और परिचितों के बयानों के आधार पर पुलिस ने अंतिम रिपोर्ट लगाते हुए
प्रेमनगर थाना क्षेत्र के भूड़ निवासी अतुल गुप्ता की 17 अगस्त 2020 को मौत हो गई थी। अतुल का शव कमरे में पंखे पर लटका मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई थी। वहीं प्रेमनगर पुलिस मामले को आत्महत्या बताती रही। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि होने के बावजूद भी हत्या की रिपोर्ट दर्ज न करने के चलते तत्कालीन प्रेमनगर इंस्पेक्टर जसवीर सिंह को सस्पेंड भी कर दिया गया था। दो माह बाद एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के आदेश पर तत्कालीन कानून गोयान चौकी इंचार्ज प्रदीप कुमार ने मामले में हत्या की रिपोर्ट दर्ज की थी।
जांच के दौरान अतुल के बेटे शुभम व बहू कोमल पर हत्या की आशंका जताई जा रही थी। कई माह की पूछताछ के बाद प्रेमनगर पुलिस को मार्च 2021 में शुभम और कोमल के नार्कोटेस्ट की अनुमति मिली थी। कोविड के चलते सितंबर में पुलिस टीम दोनों आरोपियों को लेकर गुजरात पहुंची और उनका नार्कोटेस्ट कराया। नार्को टेस्ट में दोनों के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले। इसकी वजह से अतुल गुप्ता की मौत को खुदकुशी ही मान लिया गया है।
टिफिन व्यापारी की कमरे में मिली थी जली हुई लाश
वहीं दूसरी तरफ 2 सितंबर 2021 की रात राजेंद्रनगर स्थित बांके बिहारी मंदिर के पास रहने वाले टिफिन सेंटर संचालक मनोज मिश्रा का शव उनके कमरे में जला हुआ मिला था। कमरे में आग लगती देख पड़ोसियों ने मनोज मिश्रा के पिता और भाई को मौत की सूचना दी थी। मौके पर पहुंची प्रेमनगर पुलिस व फॉरेंसिक टीम को मनोज के कमरे से बीड़ी के टुकड़े, शराब व बियर की बोतल, लाइटर व अन्य सामान बरामद हुआ था। जिसकी वजह से पुलिस इसे हादसा मान रही थी। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबने और गले की हड्डी टूटने से मौत की पुष्टि हुई। इसके साथ ही सिर में खून का थक्का जमा होने की बात भी सामने आई थी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद दारोगा माजिद अली की ओर से अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या की धारा में रिपोर्ट दर्ज की गई थी। तीन माह के दौरान प्रेमनगर पुलिस ने मामले की जांच के दौरान 26 लोगों के बयान लिए दर्ज किए, जिनमें टिफिन सेंटर संचालक के मकान में रहने वाले किराएदार व उनके परिजन शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि बयानों को आधार पर मनोज मिश्रा की मौत जलने से होने की पुष्टि हुई है। इस मामले में भी अंतिम रिपोर्ट लगाते हुए केस को बंद कर दिया गया है।
अतुल गुप्ता और मनोज मिश्रा हत्याकांड में एफआर लगा दी गई है। जांच में अतुल गुप्ता की मौत खुदकुशी और मनोज मिश्रा की जलने से मौत होने की पुष्टि हुई है– जसवीर सिंह, इंस्पेक्टर, प्रेमनगर