PM Modi ने गौरैया-संरक्षण के लिए राज्यसभा सांसद बृजलाल के प्रयासों को सराहा, कहा- हर किसी को करेगा प्रेरित
राज्यसभा सांसद बृजलाल गौरैया संरक्षण के लिए आगे आए हैं। उन्होंने इस दिशा में काम भी शुरू कर दिया है। उन्होंने ट्वीटर पर एक वीडियो शेयर कर लोगों से इस मुहिम को आगे बढ़ाने की अपील की थी। अब देश के प्रधानमंत्रा नरेंद्र मोदी ने भी गौरैया संरक्षण के उनके इस प्रयास की सराहना की है। प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने उनके शनिवार को पोस्ट किए गए वीडियो को रीट्वीट किया है। साथ ही कहा है,”बहुत खूब! आपका यह प्रयास हर किसी को प्रेरित करेगा।”
गौरैया संरक्षण के लिए आगे आए राज्यसभा सांसद बृजलाल
गौरतलब है कि राज्यसभा सांसद और यूपी के पूर्व डीजीपी बृजलाल ने शनिवार को एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया था। साथ ही बताया था कि उन्होंने अपने घर में 50 घोंसले लगा रखे हैं और उनके आवास में 100 से ज्यादा गौरैया हैं। जिन्होंने अंडे देने भी शुरू कर दिए हैं। अपने पोस्ट में राज्यसभा सांसद ने आने वाली गर्मी में घरों में चिडियों के लिए पानी रखने की अपील की थी। उन्होंने लिखा था ‘हमारे आवास में गौरैया। मैंने 50 घोंसले लगा रखे हैं। गौरैया ने अंडे देनें शुरू कर दिये हैं। आवास में 100 से अधिक गौरैया हैं। मैं गौरैया को हमेशा बाजरा, काकुन और चावल के टुकड़े खिलाता हूँ। गर्मी आ गई है, घर में चिड़ियों के लिए पानी रखना न भूलें।’
गौरतलब है कि गौरैया देश में काफी तेजी से विलुप्त हो रही है। ऐसे में गौरैया संरक्षण के लिए देश में तरह-तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में विश्व गौरैया दिवस की शुरुआत 2010 में हुई थी। कई देशों में इसे अलग-अलग गतिविधियों एवं जागरूकता आयोजनों के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोग संरक्षण व विलुप्त होती गौरैया को बचाने के लिए कदम उठाते हैं। नेचर फॉरेवर सोसाइटी इंडिया एवं इको सिस एक्शन फाउंडेशन फ्रांस ने मिलकर इस दिन को शुरू किया है।
ऐसे बढ़ेगा गौरैया का कुनबा
- छत, पार्क व बालकनी में बर्तन में दाना पानी भरकर रखें।
- प्रजनन के समय उनके अंडों की सुरक्षा करें।
- घर के बाहर ऊंचाई व सुरक्षित जगह लकड़ी के घोंसले लटका सकते हैं।
- आंगन व पार्कों में कनेर, नींबू, अमरूद, अनार, मेहंदी, बांस, चांदनी के पौधे लगाएं।
पीएम मोदी ने किया यह आह्वान
इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय के कर्मचारियों से आगे बढ़कर सामूहिक भावना से काम करने का आह्वान किया। उन्होंने राष्ट्र निर्माण के लिए शिकायतों को मानवीय पहलू को ध्यान में रखकर हल करने के लिए भी कहा। दरअसल, बीते दिन यानी शनिवार को मंत्रालय के अधिकारियों के लिए आयोजित चिंतन शिविर में पीएम मोदी के हवाले कहा गया कि आगे बढ़कर सामूहिक भावना बढ़ाएं। पदानुक्रम से ऊपर उठें। शिकायतों को मानवीय पहलू को ध्यान में रखकर हल करें। एक प्रभावी शिकायत निवारण प्रणाली लोकतंत्र की सच्ची ताकत है।