पीएम मोदी ने किया वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के नए परिसर ‘वाणिज्य भवन’ का उद्घाटन, NIRYAT पोर्टल भी किया लॉन्च
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के नए परिसर ‘वाणिज्य भवन’ और NIRYAT पोर्टल का उद्घाटन किया। इस मौके पर केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद रहे। इस दौरान पीएम मोदी ने अपना संबोधन भी दिया। पीएम मोदी ने कहा कि इन दोनों परियोजनाओं का लक्ष्य सरकारी कामों में तेजी लाने का है। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रोजेक्ट्स बरसों तक लटके नहीं, समय पर पूरे हों, सरकार की योजनाएं अपने लक्ष्यों तक पहुंचे, तभी देश के टैक्सपेयर का सम्मान है। अब तो पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान के रूप में हमारे पास एक आधुनिक प्लेटफॉर्म भी है।
वाणिज्य भवन कॉमर्स के क्षेत्र में हमारी उपलब्धियों की निशानी
पीएम मोदी ने कहा कि वाणिज्य भवन इस कालखंड में कॉमर्स के क्षेत्र में हमारी उपलब्धियों की भी निशानी है। मुझे याद है, शिलान्यास के समय मैंने इनोवेशन और ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में सुधार की ज़रूरत पर बल दिया था। आज हम ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 46वें स्थान पर है और लगातार सुधार कर रहे हैं। ये दोनों व्यापार एवं वाणिज्य से जुड़ी हमारी शासन-विधि में साकारत्मक बदलाव और आत्मनिर्भर भारत की हमारी आकांक्षा को बतलाती है।वाणिज्य भवन के शिलान्यास के दिन हमने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में सुधार की जरूरतों पर चर्चा की थी। आज जब इस भवन का लोकार्पण हो रहा है तब तक 32 हजार से अधिक अनावश्यक कंप्लायंसिस को हटाया जा चुका है।
इस साल 31 लाख करोड़ रुपए के एक्सपोर्ट का नया रिकॉर्ड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले साल देश ने तय किया था कि हर चुनौती के बावजूद 400 बिलियन डॉलर यानि 30 लाख करोड़ रुपए के मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट का पड़ाव पार करना है। हमने इसको भी पार करते हुए 418 बिलियन डॉलर यानि 31 लाख करोड़ रुपए के एक्सपोर्ट का नया रिकॉर्ड बनाया है।
सरकार whole of government अप्रोच के साथ काम कर रही
पीएम मोदी ने कहा कि आज सरकार का हर मंत्रालय, हर विभाग, ‘whole of government’ अप्रोच के साथ एक्सपोर्ट बढ़ाने को प्राथमिकता दे रहा है। MSME मंत्रालय हो या फिर विदेश मंत्रालय, कृषि हो या कॉमर्स, सभी एक साझा लक्ष्य के लिए, साझा प्रयास कर रहे हैं।
‘वोकल फॉर लोकल अभियान’ पर जोर
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ‘वोकल फॉर लोकल अभियान’, ‘वन डिस्टिक, वन प्रोडक्ट’ योजना के जरिए जो स्थानीय उत्पादों पर बल दे रही है उसने भी एक्सपोर्ट बढ़ाने में मदद की है। अब दुनिया के नए-नए देशों में हमारे अनेक प्रॉडक्ट्स पहली बार निर्यात किए जा रहे हैं।