हेलमेट भूलकर पहुंचे थे लोग श्रद्धांजलि सभा में, लेकिन अपने अपने घर पहुंचे लोग गले में हेलमेट पहनकर.
बिहार राज्य के कैमूर जिला बगाढ़ी गांव के रहने वाले हैं राधेश्याम सिंह उनके पुत्र राघवेंद्र कुमार पुरी दुनिया में हेलमेट मैन ऑफ इंडिया के नाम से प्रसिद्ध है. चार भाई मे राघवेन्द्र सिंह सबसे छोटे है. उनके बड़े भाई धनुषधारी सिंह की पत्नी आशा देवी का स्वर्गवास हो गया था. आज ब्रह्म भोज और श्रद्धांजलि सभा का गांव में आयोजन किया गया था. धनुषधारी सिंह ने बताया मरने के बाद विधि के अनुसार आत्मा की शुद्धि के लिए लोग लाखों रुपए के समान खरीदकर दान करते हैं लेकिन वही प्रतिदिन भारत की सड़कों पर एक हेलमेट ना होने की वजह से सैकड़ों घरों के चिराग बुझा जा रहे हैं. आशा देवी शुरुआत से ही हेलमेट मैन के कार्य की प्रशंसा और हमेशा योगदान दिया करती थी उनकी इच्छा थी कि उनके मरणोपरांत लोगों को दान में हेलमेट दिया जाए. अगर इस पहल से लोगों में जागरूकता बढ़ेगी तो भविष्य में होने वाले मौत के आंकड़ों में भी कमी आएगी. जागरूकता एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लोगों को हेलमेट दिया गया.
हेलमेट मैन ने कहा ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे ज्यादा सड़क हादसो मे मोटर बाइक चलाने वाले लोगों की हेलमेट ना लगाने की वजह से मौत होती है. हेलमेट मैन दुनिया में सबसे ज्यादा अपने पैसे से फ्री हेलमेट 55 हजार बांट चुके है. डोम राजा को भी हेलमेट पहनाकर हेलमेट मैन ने कहा अब आप सभी श्रद्धांजलि सभा में हेलमेट पहनकर ही जयकारा लगाएं. कैमूर जिला परिषद रिंकी के पति बंटी सिंह ने कार्य की सराहना की, दिनारा विधानसभा क्षेत्र सीगठी गांव के मुखिया पूना सिंह ने कहा हेलमेट मैन के कार्य से समाज के हर लोगो को सीख लेनी चाहिए. गांव के संजय सिंह ने कहा हम सब कभी कल्पना भी नहीं किए थे इस तरह भी लोगों के बीच जागरूकता लाकर जीवन बचाया जा सकता है. इस पहल से किसी भी क्षेत्र के लिए खुशी की बात होगी.बिजनेसमैन बलवंत सिंह ने कहा क्षत्रिय महासभा में इस मुद्दे को पहले रखा जाएगा हर गांव ने सड़क हादसों में हेलमेट की कमी की वजह से अपनो को खो चुका है. चंद्रमणि सिंह अभिमन्यु सिंह डॉक्टर धनंजय सिंह डॉ राजेश सिंह मनोज सिंह गुलाब सिंह सनकादिक सिंह चंद्रकांत सिंह सुनील सिंह सब्यसाची सिंह शुभम बिट्टू आदि.