घर में विशालकाय मगरमच्छ को देख सकते में आए लोग, कुत्तों ने बचा ली जान
बहराइच मंगलवार की देर रात विशालकाय मगरमच्छ एक घर में पहुंच गया। घर में घुस रहे मगरमच्छ को देखकर कुत्तों ने पहले भौंकना शुरू किया फिर उससे मोर्चा ले लिया। कुत्तों का समूह उसकी पूंछ खींचने लगा। कुत्तों की आवाज सुनकर सो रहे परिजनों की नींद खुल गई। बरामदे में मगरमच्छ को देखा तो होश उड़ गए। इससे मगरमच्छ कमरे में पहुंच गया। ग्रामीणों ने उसे कमरे को बंद कर दिया। सुबह वन कर्मियों ने रेस्क्यू कर मगरमच्छ को पकड़कर सुरक्षित गायघाट सरयू में छोड़ दिया गया।
कोतवाली नानपारा क्षेत्र के जुलाहनपुरवा रमजान परिवार के संग सो रहे थे। रात करीब 12 बजे पांच फिट लंबा मगरमच्छ शिकार के चक्कर में उनके बरामदे में खड़ी बाइक के पास पहुंच गया। कुत्तों की नजर पड़ने पर वे उसे खींचने लगे। एक साथ कई कुत्तों के भौंकने की आवाज सुनकर वे आसपास के लोग भी जाग गए।
रमजान घर के बाहर निकले तो देखा बरामदे में कुत्तों की फौज मगरमच्छ से भिड़ी हई है। उन्होंने शोर मचाया। आसपास के लोग भी पहुंच गए। रात में ही सूचना वन विभाग को दी गई। काफी जद्दोजहद के बाद मगरमच्छ दूसरे कमरे में पहुंच गया। इस पर ग्रामीणों ने बाहर से कमरे को बंद कर दिया।
रात भर वे लोग जागकर रखवाली करते रहे। सुबह करीब सात बजे वन कर्मियों की टीम पहुंची। कमरे में शरण लिए मगरमच्छ को बाहर निकालकर पकड़ लिया। वाहन के माध्यम से उसे गायघाट सरयू नदी में छोड़ा गया। इसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
पौने तीन कुंतल वजन का था मगरमच्छ
डीएफओ ने तत्काल रेंजर राशिद जमील को वन कर्मियों के साथ गांव भेजा। कमरे में बंद मगरमच्छ को पकड़ने के लिए टीम को ढाई घंटों की जद्दोजहद करनी पड़ी। रेंजर ने बताया की रेस्क्यू किए गए मगरमच्छ की लंबाई लगभग सात फिट रहा। इसका वजन पौने तीन कुंतल के करीब था। बारिश होने से मगरमच्छ गांव के आस पास तालाबों में पहुंच गए हैं। वे शिकार के चक्कर में अक्सर रात में निकल रहे हैं।