असंभव कुछ भी नहीं, पढ़िए स्वामी विवेकानंद जी के उच्च विचार
नेशनल यूथ यानी स्वामी विवेकानंद की जयंती हर साल 12 जनवरी को मनाई जाती है। 1984 में भारत सरकार ने नेशनल यूथ डे मनाने का फैसला किया था और 1985 से हर साल इसे मनाया जाने लगा। इस दिन 12 जनवरी के दिन यूथ आइकन कहे जाने वाले स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था। विवेकानंद कई लोगों के लिए एक प्रेरणा रहे हैं। स्वामी विवेकानंद श्री रामकृष्ण परमहंस के शिष्य थे। उन्होंने स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण मठ, रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। स्वामी विवेकानंद को 1893 में शिकागो में हुई विश्व धर्म सम्मेलन में भारत को विश्वपटल पर एक नई पहचान दिलाई। उनके ओजपूर्ण विचार हर वर्ग, जाति और धर्म के लोगों को हमेशा प्रेरित करते रहे हैं।
1.जितना बड़ा संघर्ष होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी।
2. उस व्यक्ति ने अमरत्व प्राप्त कर लिया है, जो किसी सांसारिक वस्तु से व्याकुल नहीं होता।
3. भय ही पतन और पाप का मुख्य कारण है।
4. एक समय में एक काम करो और ऐसा करते समय अपनी पूरा आत्म उसमें डाल दो और बाकी सबकुछ भूल जाओ।
5. जिस दिन आपके सामने समस्या न आए आप यकीन कर सकते हैं कि आप गलत रास्ते पर चल रहे हैं।
6. खुद को कमजोर समझना ही सबसे बड़ा पाप है।
7. उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक अपने लक्ष्य को न पा लो।