मंत्री पद से त्याग पत्र देंगे नवनियुक्त भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, वजह बना पार्टी का यह नियम
लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह का सोमवार को लखनऊ में जोरदार स्वागत हुआ. शताब्दी एक्सप्रेस से लखनऊ पहुंचने के बाद पार्टी मुख्यालय तक जगह जगह पर प्रदेश अध्यक्ष का भव्य तरीके से पार्टी कार्यकर्ताओं नेताओं ने स्वागत किया. चारबाग रेलवे स्टेशन पर पहुंचने पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक सहित तमाम मंत्रियों व अन्य नेताओं ने चौधरी भूपेंद्र सिंह का स्वागत अभिनंदन किया. वहीं देर रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके लखनऊ स्थित सरकारी आवास में नवनियुक्त भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने शिष्टाचार भेंट की. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उन्हें नए दायित्व के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दीं.
पार्टी मुख्यालय पर भी अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित तमाम बड़े नेताओं की उपस्थिति में चौधरी भूपेंद्र सिंह ने अपना कार्यभार ग्रहण किया. योगी सरकार में अभी तक पंचायती राज मंत्री रहे चौधरी भूपेंद्र सिंह को भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष की बड़ी जिम्मेदारी दी है. बीजेपी संविधान के अनुसार, एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के अनुसार अब चौधरी भूपेंद्र सिंह योगी मंत्रिमंडल से अपना त्यागपत्र राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को सौंपेंगे. बीजेपी से जुड़े नेताओं का कहना है कि वह एक-दो दिन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात करेंगे और अपना त्यागपत्र सौंपेंगे.
वहीं लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भारतीय जनता पार्टी अपनी चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ाएगी. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह, प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह के नेतृत्व में संगठनात्मक कामकाज को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा. वहीं कई अन्य अभियान भी चलाए जाएंगे. सूत्रों का कहना है कि आने वाले कुछ समय में योगी मंत्रिमंडल का विस्तार भी किया जा सकता है, इसमें कई प्रमुख चेहरों को जगह दी जा सकती है.
शताब्दी को दिया रास्ता : सोमवार को शताब्दी एक्सप्रेस से दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी को लखनऊ आना था. सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी के नए नवेले प्रदेश अध्यक्ष की ट्रेन लेट न हो, इसलिए उत्तर रेलवे ने मानकनगर में लूपलाइन के लिए चल रहे इंटरलॉकिंग के काम को रोक दिया. सभी ट्रेनें रोककर रेलवे अधिकारियों ने शताब्दी को रास्ता दिया. ट्रेन महज 15 मिनट की देरी से लखनऊ जंक्शन पहुंची.