मुख्तार अंसारी को फिर लगा जोर का झटका, सत्र अदालत से भी जमानत अर्जी खारिज-जज ने की सख्त टिप्पणी
पूर्वांचल के माफिया डॉन और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी को बड़ा झटका लगा है. लखनऊ की सत्र अदालत ने उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी है. मुख्तार पर लखनऊ में शत्रु संपत्ति हथियाने का आरोप है. इस मामले में लखनऊ की कोर्ट में सुनवाई चल रही है.
शनिवार को इस मामले में सुनवाई के बाद लखनऊ सत्र अदालत ने जमानत अर्जी खारिज कर दी है. बता दें कि मुख्तार अंसारी इस समय बांदा जेल में बंद है. उसे मार्च में कड़ी सुरक्षा के बीच लखनऊ कोर्ट लाया गया था.
मुख्तार पर लखनऊ के जियामऊ इलाके में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शत्रु संपत्ति हथिया कर उस पर अवैध निर्माण कराने का आरोप है. इस मामले में मुख्तार अंसारी के साथ ही उनके बेटे उमर अंसारी और अब्बास अंसारी पर भी केस दर्ज किया गया था.
डालीबाग स्थित मुख्तार अंसारी के मकान को जांच के बाद फर्जी दस्तावेजों के सहारे शत्रु संपत्ति हथियाने का मामला आया था. इस मामले में लेखपाल सुरजन लाल की तहरीर पर केस दर्ज हुआ था. मुख्तार अंसारी के वकील काजी शबिउर्रहमान ने कल जेल अधीक्षक बांदा को पत्र लिखकर कहा था कि बीमारी के चलते मुख्तार अंसारी को कोर्ट में पेश ना किया जाए.
इससे पहले मुख्तार ने गाजीपुर की कोर्ट में स्वास्थ्य का हवाला देकर बाहर का खाने उपलब्ध कराने की छूट मांगी थी. जिसे स्थानीय कोर्ट से मंजूरी दे दी गई. इस आदेश के खिलाफ योगी सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में रिवीजन याचिका दायर की है. योगी सरकार जेल के बाहर का खाना दिए जाने के खिलाफ है. मुख्तार पर कई मामले दर्ज हैं. योगी सरकार के पहले कार्यकाल से ही वो जेल में बंद है. उसकी लगातार मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं.
योगी सरकार के निशाने पर मुख्तार के खास सहयोगी और गुर्गे भी हैं. एक ओर जहां मुख्तार की करोड़ों की संपत्ति पर लगातार कार्रवाई हो रही है तो दूसरी उनके गुर्गों की भी प्रॉपर्टी पर प्रशासन लगातार बुलडोजर चला रहा है