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समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक दीप नारायण सिंह यादव के खिलाफ मनी लांड्रिंग का केस दर्ज

लखनऊ: सपा के पूर्व विधायक दीप नारायण सिंह यादव की मुश्किलें गिरफ्तारी के बाद और बढ़ती जा रही हैं। अब दीप नारायण पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिकंजा कस दिया है। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत इनके खिलाफ केस दर्ज किया है। अब ईडी (enforcement directorate) की प्रयागराज यूनिट में दर्ज किए गए इस केस में दीप नारायण की सभी चल-अचल संपत्तियों को अटैच किया जाएगा। इनके खिलाफ विजिलेंस ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का केस दर्ज किया था। इसी केस को आधार बना कर अब ईडी भी जांच में जुट गई है

कुछ समय पहले बीजेपी विधायक जवाहर लाल राजपूत ने दीप नारायण सिंह यादव के खिलाफ शासन में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद दीप नारायण के खिलाफ अप्रैल 2021 में विजिलेंस जांच के आदेश दिए गए। जांच में सामने आया कि दीप नारायण ने 14.37 करोड़ की आय अर्जित की, जबकि 37.32 करोड़ रुपये खर्च किए और चल-अचल संपत्तियां भी खरीदी। जांच में वह आय और व्यय के इस अंतर पर जवाब नहीं दे पाए। इसके बाद उन पर केस दर्ज किया गया। इसी के आधार पर ईडी ने भी केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जल्द ही ईडी कोर्ट ने अनुमति लेकर दीप नारायण से पूछताछ कर सकती है।

इन दिनों जेल में है सपा पूर्व विधायक दीप नारायण

दुर्दांत अपराधी लेखराज सिंह यादव को पुलिस अभिरक्षा से छुड़ाने, पुलिस बल पर हमला करने के आरोप में समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक दीप नारायण सिंह यादव को 26 सितंबर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। डीआईजी के मुताबिक दीप नारायण सिंह यादव इस घटना में मुख्य साजिश कर्ता थे।

पूर्व आईएएस रामविलास के खिलाफ केस दर्ज

ईडी ने उत्तराखंड कैडर के पूर्व आईएएस रामविलास के खिलाफ भी मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है। पूर्व आईएएस रामविलास ने अपने सेवाकाल का ज्यादातर समय उत्तर प्रदेश की तैनाती में बिताया। 2017 में उनकी वापसी उत्तराखंड में हुई। तीन साल में उन्होंने अपनी आय से 2600 गुना अधिक संपत्ति अर्जित की थी। इस बीच यूपी सरकार ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में विजिलेंस जांच की सिफारिश की। जांच के बाद उनके खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। अब ईडी की प्रयागराज यूनिट केस दर्ज कर उनके खिलाफ जांच कर रही है।

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