उत्तराखंड में अलर्ट जारी, दिल्ली और UP में बढ़ेगा पारा; IMD का पूर्वानुमान
नई दिल्ली। देश के ज्यादातर राज्यों के तापमान में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। जिसके चलते अब लोगों को गर्मी का अहसास होने लगा है। मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली, यूपी व बिहार समेत देश के अन्य राज्यों के तापमान में अगले कुछ दिनों में और बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी। हालांकि, IMD ने पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी की संभावना जताई है।
दिल्ली-NCR में अभी और बढ़ेगा तापमान
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली व NCR में सुबह से ही धुंध दिखाई दे रही है। मौसम विभाग की मानें तो आज 17 फरवरी को न्यूनतम तापमान 12 डिग्री और अधिकतम तापमान 30 डिग्री तक रह सकता है। वहीं, अगले कुछ दिनों में मौसम विभाग ने दिल्ली-NCR में बारिश की संभावना जताई है। साथ ही आने वाले दिनों में तापमान बढ़ने की संभावना है।
उत्तराखंड में अलर्ट जारी
उत्तराखंड के हिमालयी जिलों के लिए अगले कुछ दिन मुश्किल भरे रहने वाले हैं। यहां तापमान बढ़ने की वजह से बर्फ पिघलेगी। जिसका असर हिमस्खलन की घटनाओं में बढ़ोतरी के रूप में देखा जा सकता है। मौसम विभाग ने पांच जिलों के लिए हिमस्खलन की चेतावनी जारी करते हुए येलो और रेड अलर्ट जारी किया है। संबंधित जिलों के डीएम को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं।
पहाड़ी क्षेत्रों पर छिटपुट बारिश और बर्फबारी की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के कारण 18 से 20 फरवरी तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में हल्की से छिटपुट बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश, असम के कुछ कुछ हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना है।
उत्तर प्रदेश व बिहार में कैसा रहेगा मौसम
वहीं, उत्तर प्रदेश में भी लोगों को गर्मी का अहसास हो रहा है। मौसम विभाग की मानें तो आज यूपी की राजधानी में न्यूनतम तापमान 14 डिग्री और अधिकतम तापमान 29 डिग्री तक रह सकता है। इसके अलावा बिहार में बिहार में मौसम ने करवट बदल ली है। बिहार के ज्यादातर राज्यों में तापमान बढ़ने लगा है। जिससे लोगों को गर्मी का अहसास हो रहा है।
इन राज्यों मे कैसा रहेगा मौसम
इसके अलावा, देश के उत्तर पश्चिमी और मध्य भागों में दिन और रात के समय तापमान में और वृद्धि होने की मौसम विभाग ने संभावना जताई है। बता दें कि एक दिन पहले सौराष्ट्र और कच्छ के आंतरिक भागों और दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 37 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया था। आज भी इन क्षेत्रों के तापमान में वृद्धि की संभावना है।