जेवर एयरपोर्ट के तीसरे और चौथे चरण के लिए भूमि अधिग्रहण को मिली मंजूरी, जल्द शुरू होगा काम
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के तीसरे और चौथे चरण के लिए जमीन अधिग्रहण को उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को मंजूरी दे दी है। इस चरण में दो रनवे बनाए जाने हैं। इनमें 2053 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जानी है। सरकार की ओर से नोटिफिकेशन जारी होने के बाद भू-अर्जन प्रस्ताव प्रशासन को भेजा जाएगा।
जेवर एयरपोर्ट की परियोजना चार चरणों में पूरी होगी। पहले चरण का 1334 हेक्टेयर में काम चल रहा है। दूसरे चरण के लिए 1365 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। शुक्रवार को प्रदेश कैबिनेट ने तीसरे और चौथे चरण की जमीन अधिग्रहण के लिए मंजूरी दे दी। तीसरे चरण में 1318 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जाएगी, जबकि चौथे चरण में 735 हेक्टेयर जमीन ली जाएगी। दोनों चरण में 10 गांव की जमीन को अधिग्रहण किया जाना है।
प्रदेश सरकार की मुहर के बाद अब जिला प्रशासन को जमीन अधिग्रहण का प्रस्ताव भेजा जाएगा। इस प्रस्ताव के साथ अधिग्रहण और विस्थापन के लिए पर अनुमानित धनराशि का 10 प्रतिशत पैसा भी जारी किया जाएगा।
इस तरह पूरी होगी परियोजना
जेवर एयरपोर्ट परियोजना चार चरणों में पूरी होगी। पहले चरण के कार्य चार फेज में किया जाना है। इसका पहला फेज बन रहा है। पहले चरण में 30 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसमें दो रनवे बनेंगे। रनवे, टर्मिनल बिल्डिंग और एटीसी बिल्डिंग का निर्माण कार्य चल रहा है। दूसरे चरण के लिए जिला प्रशासन जमीन अधिग्रहण कर रहा है। इसमें एक रनवे और एमआरओ हब विकसित किया जाएगा। यह देश का सबसे बड़ा हब होगा। यहां पर विमानों की मरम्मत होने लगेगी। दूसरे देशों पर निर्भरता खत्म हो जाएगी। तीसरे और चौथे चरण में 2 रनवे बनाए जाने हैं।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि एयरपोर्ट के तीसरे और चौथे चरण की जमीन अधिग्रहण के लिए मंजूरी मिल गई। 2053 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित होगी।