लादेन की फैन इस खूबसूरत चेहरे ने आतंक की दुनिया में ‘व्हाइट विडो’ के नाम से बनाई पहचान, बन गई मौत का दूसरा नाम
दुनिया में कई आतंकी हैं, जिनके नाम से इंसानियत खौफ खाती है. जिनका नाम ही आतंक का दूसरा नाम है. लेकिन एक नाम ऐसा भी है, जिसे खूबसूरत बला कहें तो गलत ना होगा. हम बात कर रहे हैं ब्रिटेन की एक कुख्यात महिला आतंकवादी की. जिसका नाम था सामंथा ल्यूथवेट उर्फ शेराफिया. जिसने एक दशक के दौरान आतंक की दुनिया में खासी शोहरत हासिल कर ली थी. जिसके नाम से अच्छे अच्छों के पसीने छूट जाते थे.
कौन है ‘व्हाइट विडो’
सामंथा लुईस ल्यूथवेट का जन्म 5 दिसंबर 1983 को बैनब्रिज, काउंटी डाउन, उत्तरी आयरलैंड में हुआ था. उसने जर्मेन मौरिस लिंडसे उर्फ अब्दुल्ला शहीद जमाल के साथ शादी की थी, जो उम्र में सामंथा से 2 साल छोटा था. उसका जन्म 23 सितंबर 1985 को हुआ था. जबकि वो 7 जुलाई 2005 को उस वक्त मारा गया था, जब उसने 3 अन्य आतंकियों के साथ मिलकर लंदन शहर की लाइफ लाइन ‘ट्यूब’ यानी मेट्रो में भीषण धमाका किया था. तभी से सामंथा अपने पति के मिशन को पूरा करने में जुट गई थी.
सामंथा के कई नाम
सामंथा को असमंतरा, शेराफिया, शेराफिया लेउथवेट, नताली वेब, अस्मा शाहिदाह बिंट-एंड्रयूज और ‘व्हाइट विडो’ के नाम से जाना जाता था. आतंक की दुनिया में सामंथा ल्यूथवेट को ही ‘व्हाइट विडो’ नाम से जाना जाता था. उसकी पहचान एक ऐसी गोरी महिला के तौर पर की जाती थी, जिसने अफ्रीकी देशों में मौत का खेल खेलने में महारत हासिल कर ली थी.
आतंक की दुनिया में खास पहचान
लंदन धमाकों के 6 साल बाद, यानी साल 2011 में एजेंसियों को जानकारी मिली थी सामंथा ल्यूथवेट केन्या के मोम्बासा शहर में रह रही थी. असल में वो पति के मिशन को पूरा करना चाहती थी. यही वजह थी कि 6 सालों में ल्यूथवेट ने आतंक की दुनिया में अपनी खास पहचान बना ली थी. धीरे-धीरे उसके रिश्ते सोमालिया के आतंकी संगठन अल शबाब के साथ बन गए थे. इसी के बाद उसका नाम शेराफिया हो गया था.
कई आतंकी हमलों में शामिल थी सामंथा
ब्रिटेन की कुख्यात महिला आतंकवादी सामंथा ल्यूथवेट उर्फ शेराफिया पर 400 लोगों की हत्या करने के संगीन इल्जाम था. महज यही नहीं, वो सोमालिया और केन्या में आतंकवादी गतिविधियों, आत्मघाती हमलों और कार बम धमाकों में भी शामिल रही थी.
18 मई 2015
वो सोमवार का दिन था. उस दिन अचानक कई मीडिया रिर्पोट्स में आधिकारिक सुरक्षा सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि अप्रैल 2015 में केन्या यूनिवर्सिटी पर जो खौफनाक हमला हुआ था, उसके पीछे आतंकी सामंथा ल्यूथवेट उर्फ शेराफिया का ही हाथ था. उस हमले के दौरान 148 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी.
आतंकी उमर का दाहिना हाथ थी ‘व्हाइट विडो’
कुख्यात आतंकवादी सामंथा ल्यूथवेट उर्फ शेराफिया उर्फ ‘व्हाइट विडो’ के बारे में बताया गया था कि वो चार बच्चों की मां है. सोमालिया के आतंकवाद विरोधी सुरक्षा दस्ते के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से जानकारी मिली थी कि सामंथा ल्यूथवेट उस वक्त आतंकी संगठन अल शबाब के लीडर अहमद उमर का दाहिना हाथ बन गई थी. उमर ने उस एक खास जिम्मेदारी दी थी. जिसके तहत सामंथा ल्यूथवेट ने आत्मघाती हमलावरों के रूप में किशोरों और महिलाओं को संगठन में भर्ती करने का अभियान चलाया था.
23 अक्टूबर 2013
उस दिन सारी दुनिया को पता चला था कि ‘व्हाइट विडो’ नाम से कुख्यात सामंथा ल्यूथवेट उर्फ शेराफिया अलकायदा नेटवर्क के पूर्व मुखिया ओसामा बिन लादेन को अपना सबसे सच्चा प्यार बताया करती थी. उसकी लिखी एक कविता से इस बात का खुलासा हुआ था, जो पुलिस के हाथ लगी थी, उस कविता में उसने ओसामा की शान में कसीदे गढ़े थे. उस कविता में लिखा था-
ओ शेख ओसामा माई फादर,
माई ब्रदरमाई लव फॉर यू इज लाइक नो अदर.
ओ शेख ओसामा नाऊ दैट यू आर गॉन,
द मुस्लिम्स मस्ट वेकअप दे मस्ट बी स्ट्रांग.
कविता में अलकायदा के और मजबूत होने की कामना की गई थी और खुदा को सर्वशक्तिमान बताते हुए दुआ मांगी गई थी. दिलचस्प बात यह है कि उस कविता में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के बारे में लिखा था कि वहां आपकी कोई जीत नहीं हुई थी मिस्टर ओबामा (There was no victory for you Mr. Obama).
कम्प्यूटर हार्ड ड्राइव में थी कविता
सामंथा ल्यूथवेट की यह कविता ब्रिटिश पुलिस को एक कम्प्यूटर की हार्ड ड्राइव से मिली थी. वो कम्प्यूटर केन्या के शहर मोम्बासा के एक घर से बरामद किया गया था. उसमें एजेंसियों और पुलिस के लिए और भी अहम जानकारी मौजूद थी.
आत्मघाती हमलावर था सामंथा ल्यूथवेट का पति
गौरतलब है कि अलकायदा के आतंकी ओसामा बिन लादेन को अमेरिकी सेना ने मई, 2011 को पाकिस्तान में एक ऑपरेशन चलाकर मार गिराया था. इसके बाद ही 7 जुलाई, 2005 को 4 आतंकियों ने लंदन मेट्रो नेटवर्क पर आत्मघाती हमला किया था. जिसमें कई बेकसूर लोगों की जान चली गई थी. और उसी में सामंथा का पति भी मारा गया था, जो एक आत्मघाती हमलावर था.
ऐसे चर्चाओं में आया था नाम
सितंबर 2013 में नैरोबी के एक शॉपिंग मॉल में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 67 लोगों की मौत हो गई थी. इसी के बाद केन्या की सरकार ने इंटरपोल से कुख्यात सामंथा ल्यूथवेट उर्फ शेराफिया को गिरफ्तार करने के लिए मदद मांगी थी. जिस पर इंटरपोल ने सामंथा के खिलाफ एक रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया था. केन्या के अधिकारियों का कहना था कि नैरोबी के मॉल में खून-खराबे के पूरे ऑपरेशन की अगुवाई एक व्हाइट महिला कर रही थी, जिसका नाम सामंथा ल्यूथवेट था. पिछले कुछ सालों से इस महिला आतंकी की कोई खबर नहीं है.