उन्नाव में दलित युवती का अपहरण के बाद हत्या मामले में इंस्पेक्टर सस्पेंड, सपा सरकार में मंत्री रहे फतेहबहादुर सिंह के बेटे पर आरोप
उन्नाव (Unnao) में एक दलित युवती का अपहरण करने के बाद उसकी हत्या कर शव को 4 फीट गहरे गड्ढे में गाड़ दिया गया. युवती की मां ने समाजवादी के पूर्व राज्य मंत्री स्व फ़तेहबहादुर सिंह (Fateh bahadur Singh) के बेटे राजोल सिंह (Rajol Singh) पर अपहरण कर हत्या करने का आरोप लगाया था. पुलिस ने आरोपी की कस्टडी रिमांड ली, जिसके बाद संपर्क में आए मंत्री के बेटे के करीबी को गिरफ्तार किया. निशानदेही पर शव बरामद होने के बाद परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाएं हैं. जिस पर एसपी ने बीती देर रात इंस्पेक्टर कोतवाली अखिलेश पांडे को निलंबित कर दिया है. वहीं सीओ से स्पष्टीकरण मांगा है.
उन्नाव सदर कोतवाली क्षेत्र के काशीराम की रहने वाली एक दलित युवती ने 8 दिसंबर 2021 को सदर कोतवाली में तहरीर देकर आरोप लगाया कि उसकी बेटी पूजा को पूर्व सपा राज्य मंत्री फतेहबहादुर सिंह के बेटे राजोल सिंह ने अपहरण कर लिया है. इसके बाद पुलिस में अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया गया है.
पीड़िता की मां ने बेटी के गायब होने का आरोप सपा सरकार में राज्यमंत्री और सहकारी विभाग के चेयरमैन रहे फतेहबहादुर के बेटे राजू सिंह पर लगाया था. परिवार का आरोप है कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से नही लिया. मामला एससी एसटी एक्ट का होने के चलते 11 जनवरी 2022 को सीओ ने मुकदमे में तरमीम किया. आरो है कि परेशान मां अफसरों की चौखट पर लगातार न्याय की गुहार लगाती रही लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी. लापता युवती की मां 24 जनवरी को लखनऊ में अखिलेश यादव की गाड़ी के आगे कूद गई थी. इस घटना के बाद यह मामला गरमा गया था.
मामला तूल पकड़ता देख पुलिस ने 25 जनवरी को सपा नेता के बेटे राजोल सिंह को जेल भेज दिया था. हालांकि इसके बाद भी लापता युवती का पता नहीं चल सका. 4 फरवरी को पुलिस ने राजोल सिंह को पीसीआर रिमांड पर लेकर पूछताछ की लेकिन फिर भी सफलता हासिल नहीं हुई. तमाम साक्ष्यों के आधार गुरुवार को पुलिस को पता चला कि कब्बा खेड़ा के घर के बगल में ही युवती का शव गड़ा हुआ है. इस खबर के बाद सदर कोतवाली पुलिस स्वाट टीम के सभी पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर खुदाई शुरू करवाई. करीब 4 फीट गड्ढा खोदने के बाद पुलिस ने युवती का शव बरामद कर लिया. जैसे ही लड़की के परिजनों को इस घटना की खबर दी गई वहां कोहराम मच गया. मृतका की मां ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं.
मृतका की मां ने कहा कि सपा नेता के बेटे रजोल सिंह ने उनकी बेटी को मारने के बाद आश्रम में गाड़ दिया. उन्होंने कहा कि वह पहले दरोगा प्रेम नारायण दीक्षित को लेकर वहां पहुंची थीं. पूरा आश्रम दिखाया लेकिन दो-तीन मंजिला कोठी को नहीं दिखाया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बेटी यहीं बंद थी. मृतका की मां का आरोप है कि उन्होंने दरोगा प्रेम नारायण दीक्षित को फोन किया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. मां का आरोप है कि दरोगा ने अपना फोन ही स्विच ऑफ कर लिया, उनका कहना है कि अगर दरोगा उस समय उनके साथ यहां आ जाते तो आऐज उनकी बेटी जिंदा होती.
मृतका की मां का कहना है कि उनकी बेटी को लापता हुए 2 महीने बीत गए अब तीसरा महीना शुरू हो गया है. उनका आरोप है कि किसी ने भी इस मामले में कोई सुनवाई नहीं की. उनसे पुलिस ने ये तक कहा कि उनकी बेटी भाग गई होगी, जब वापस आएगी तो बयान करा लेंगे. वहीं इस मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने बताया कि 8 दिसंबर को एक युवती की गुमशुदगी की खबर शहर कोतवाली में मिली थी. इसी आधार पर केस दर्ज किया गया था.