पीएम किसान की 13वीं किस्त पर अहम अपडेट, इस दिन जारी होगा सम्मान निधि का पैसा
केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन आने वाली 13वीं किस्त को लेकर एक उत्सुकता देखी जा रही है. जल्द रबी फसलों में प्रबंधन कार्यों में जिम्मा बढ़ जाएगा, जिसके लिए पैसों की जरूरत होगी. खेती से जुड़े इस तरह के छोटे-बड़े खर्चों के लिए ज्यादातर किसान सम्मान निधि की किस्तों पर ही निर्भर करते है. अटकलें लगाई जा रही थीं कि 13वीं किस्त बसंत पंचमी/गणतंत्र दिवस के संयुक्त मौके पर 26 जनवरी को जारी हो सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जानकारों का मानना है कि 18 फरवरी को 13वीं किस्त जारी होने की संभावनाएं प्रबल हैं. इसके पीछे की वजह ही अपने आप में बेहद खास है.
क्योंकि हर 4 महीने में आती हैं किस्तें
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 2 हेक्टेयर या उससे कम जमीन वाले लघु-सीमांत किसानों को हर साल 6,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है. ये रकम 2-2 हजार रुपये की तीन किस्तों में डीबीटी के माध्यम से सीधा लाभार्थी किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है.
हर नई किस्त और आने वाली किस्त के बीच 3-4 महीने का अंतर रहता ही है. उदाहरण के लिए- पीएम किसान की 11वीं किस्त 31 मई 2022 को जारी की गई थी, जिसके बाद 17 अक्टूबर को 12वीं किस्त भेजी गई. अब इस गणित के हिसाब से अटकलें लगाई जा रही हैं कि 13वीं किस्त सही 4 महीने बाद 18 फरवरी को जारी की जा सकती है. यह दिन इसलिए भी खास है क्योंकि भारत में 18 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाना है. यही वजह है कि 18 फरवरी को किसानों के खाते ने 13वीं किस्त के 2,000 रुपये आने के पूरे-पूरे आसार हैं.
13वीं किस्त के लिए क्या करना होगा?
यदि आप भी पीएम किसान योजना के लाभार्थी हैं और बिना किसी अड़चन के सम्मान निधि की किस्तें लेना चाहते हैं तो नीचे दिए गए कामों को पूरा करना होगा. जल्द से जल्द लाभार्थी किसान अपने बैंक खाते को आधार संख्या से लिंक करवाएं.
यह ई-केवाईसी प्रोसेस है, जिसके बिना 13वीं किस्त खाते में नहीं भेजी जाएगी. इस प्रोसेस को पूरा करने के लिए pmkisan.gov.in पर विजिट कर सकते हैं या फिर अपने नजदीकी ई-मित्र या सीएससी सेंटर पर भी संपर्क कर सकते हैं.
भूआलेखों का सत्यापन या खेती की जमीन का सत्यापन या लैंड रिकॉर्ड का वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया गया है. इसका उद्देश्य यह जनना है कि लाभार्थी किसान के नाम पर 2 हेक्टेयर या उससे कम जमीन है भी या नहीं.
पिछले दिनों लाखों भूमिहीन किसानों, बड़ी खेती वाले किसानों और एक ही परिवार के दो सदस्यों से पीएम किसान की किस्तों का लाभ लिया है. ऐसी धोखाधड़ी के चलते योग्य किसानों को समय पर किस्तें नहीं पातीं, इसलिए अपने जिले के कृषि विभाग के कार्यालय में संपर्क कर लें.
मोबाइल नंबर और अपने बैंक खाते नंबर की जांच करते रहें. कई बार गलत जानकारी दर्ज करने की वजह से किस्तें अटक जाती हैं. हर बार एक ही परेशानी का सामना करने से अच्छा रहेगा यदि ई-मित्र केंद्र पर जाकर अपने रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करके सारी डीटेल रीचेक कर लें.
पीएम किसान योजना से जुड़े सारे लाभार्थी किसान अपना स्टेटस चेक करते रहें, क्योंकि किसानों का वेरिफिकेशन करके अपात्र किसानों को हटाया जा रहा है. इस बीच लाभार्थी सूची भी अपडेट हो रही हैं, इसलिए pmkisan.gov.in पर जाकर अपना लाभार्थी स्टेटस चेक कर लें.
यहां पाएं हर समस्या का समाधान
कई बार लाभार्थी किसानों को किस्तें पाने, वेरिफिकेशन करने या अन्य अपनी डीटेल बदलने में दिक्कतें आ जाती है. ऐसी स्थिति में सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं है, बल्कि हेल्पलाइन नंबर पर कॉल सकते हैं.
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने पीएम किसान के लाभार्थियों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, यहां 1551261 या 1800115526 या 011-23381092 पर भी कॉल करके समाधान पा सकते हैं. आप चाहें तो pmkisan-ict@gov.in पर मेल कर सकते हैं.