नेपाल के मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव दर्ज, आचार संहिता के उल्लंघन सहित कई आरोप लगे
नेपाल. नेपाल के मुख्य न्यायाधीश चोलेंद्र शमशेर जेबी राणा एक बार फिर मुश्किल में हैं। उनके खिलाफ संसद सचिवालय में महाभियोग प्रस्ताव दाखिल किया गया है। जस्टिस राणा पर कई गंभीर आरोप लगने के बाद यह फैसला लिया गया है। नेपाल संसद के अध्यक्ष के मीडिया सलाहकार ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि सत्तारूढ़ नेपाली कांग्रेस पार्टी, जनता समाजवादी पार्टी और माओवादी केंद्र के सांसदों ने प्रधान न्यायाधीश जेबी राणा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव दाखिल किया है.
कई मामलों में फंसे होने के बाद महाभियोग प्रस्ताव दाखिल
नेपाल के मुख्य न्यायाधीश चोलेंद्र शमशेर जेबी राणा के खिलाफ लगातार कई मामलों में महाभियोग प्रस्ताव दायर किया गया है। नेपाली संसद के एक विधायक ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के गठबंधन सहयोगी न्यायमूर्ति राणा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर एक साथ आए, जिस पर लगभग 100 सांसदों ने हस्ताक्षर किए थे। आपको बता दें कि चीफ जस्टिस शमशेर राणा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव दाखिल करने की मांग लंबे समय से की जा रही थी।
चीफ जस्टिस पर पहले भी कई आरोप लग चुके हैं
चीफ जस्टिस चोलेंद्र शमशेर जेबी राणा की छवि पहले भी कई बार खराब हुई है। इससे पहले भी उन पर कई गंभीर आरोप लग चुके हैं. नेपाल बार एसोसिएशन और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने एक बार भी कहा है कि वे मुख्य न्यायाधीश राणा को मुख्य न्यायाधीश नहीं मानते हैं। एनबीए से जुड़े वकीलों ने यहां तक कि चीफ जस्टिस राणा के इस्तीफे की भी मांग की है। मुख्य न्यायाधीश जेबी राणा पर सुप्रीम कोर्ट में न्यायिक माहौल बनाए रखने में विफल रहने के साथ-साथ आचार संहिता का उल्लंघन करने और आवश्यक नैतिक आधारों का पालन नहीं करने का आरोप लगाया गया है।