कहीं आपका बच्चा भी कब्ज का शिकार तो नहीं, किशमिश के पानी से करें उसका उपचार
अगर आप अपने बच्चे को हेल्दी डाइट देना चाहती हैं और उसके खाने में आयरन की मात्रा को बढ़ाना चाहती हैं, तो उसे किशमिश जरूर खिलाएं। लेकिन अगर बच्चा किशमिश खाने से मना कर देता है, तो आप उसे किशमिश का पानी पिला कर भी इसके फायदे और गुण दिला सकती हैं।
आगे इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कि बच्चों के लिए किशमिश का पानी बनाने का तरीका क्या है और इससे क्या-क्या फायदे मिलते हैं।
- एक चम्मच किशमिश लें और उसे पानी से अच्छी तरह से धो लें।
- किशमिश को धोने के बाद इन्हें एक कटोरी में डाल दें।
- अब इसमें एक चम्मच पानी डालें और रातभर भीगने के लिए छोड़ दें।
- अगले दिन ये फूल जाएगी। इसे उंगलियों से दबाकर निचोड़ लें।
- अब इसे पानी के साथ ही छन्नी में डालकर छान लें। किशमिश से अच्छी तरह से पानी को निचोड़ लें। इसमें से किशमिश निकाल लें और सुबह के समय बच्चे को किशमिश का पानी पिलाएं। आप बच्चे को एक से दो चम्मच पानी पिला सकती हैं और धीरे-धीरे इसकी मात्रा बढ़ा सकते हैं।
किशमिश को दबाकर उसका पानी निकाल लें और फिर उसे फेंक दें। किशमिश का पानी बच्चे को पिलाएं। आप बच्चे को एक से दो चम्मच पानी पिला सकती हैं और धीरे-धीरे इसकी मात्रा बढ़ा सकते हैं।
आपको बेबी को 6 महीने के होने के बाद ही यह पानी पिलाना है। अगर आप 4 महीने के बेबी को ठोस आहार देना शुरू कर चुकी हैं तो इसके 3 महीने बाद किशमिश का पानी पिलाना सही रहेगा।
इसमें विटामिन बी और सी खूब है जो इम्यूनिटी को बढ़ाता है। किशमिश आयरन से भरपूर होती है जो एनीमिया से बचाने में मदद कर सकती है। किशमिश खाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे कब्ज की समस्या दूर होती है।
किशमिश में उच्च मात्रा में फाइबर होता है और पानी में भिगोकर इसे खाने से यह रेचक की तरह काम करती है। भीगी हुई किशमिश खाने से न सिर्फ कब्ज से राहत मिलती है बल्कि पाचन प्रक्रिया भी मजबूत रहती है।