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रोज इतनी देर सेंकेंगे धूप तो शरीर के कई रोग हो जाएंगे दूर

नई दिल्ली। दिसंबर के महीने में सर्दी पूरे शबाब पर होती है। इस मौसम में लेयर में कपड़े पहनने पर भी सर्दी कम नहीं होती। कड़ाके की सर्दी में गुनगुनी धूप में बैठने का अपना ही मज़ा होता है। धूप में बैठने से ना सिर्फ सर्दी से राहत दिलाती है, बल्कि कई बीमारियों का उपचार भी होता है। सर्दी में धूप सेकने से बॉडी को विटामिन डी मिलता है जो स्किन और अच्छी सेहत के लिए बेहद जरूरी है। धूप से मिलने वाला विटामिन डी हमारी सेहत के लिए बेहद जरूरी है।

शहरों में हम बंद मकानों में रहते हैं तो ऐसे में बॉडी में विटामिन डी की कमी होना लाज़मी है। आप जानते हैं कि धूप से मिलने वाला विटामिन डी हमारी स्किन को हेल्दी रखता है। धूप सेकने से खून साफ होता है इतना ही नहीं फंगल प्रॉब्लम, एग्जिमा, सोरायसिस और स्किन संबंधी दूसरी कई बीमारियां दूर होती हैं। सर्दियों में सूर्य की किरणें सिर्फ बाहरी स्किन का ही नहीं बल्कि अंदरूनी बॉडी पार्ट्स का भी ध्यान रखती है।

स्किन इंफेक्शन कैसे कम करती है धूप:

सूरज की रोशनी में ऐसे गुण मौजूद होते हैं जो बॉडी को कई तरह के इंफेक्शन से बचाते हैं। धूप लेने से शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स (WBC) के पर्याप्त निर्माण में शरीर को सहायता मिलती है। व्हाइट ब्लड सेल्क इम्यून सिस्टम यानी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए बेहद जरूरी है। अगर शरीर में वाइट ब्लड सेल्स की संख्या कम होती है तो इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। वाइट ब्लड सेल्स का निर्माण बोन मैरो में होता है। ये इम्यून सिस्टम यानी शरीर की इम्यूनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए जरूरी सेल्स हैं। आइए जानते हैं कि धूप में बैठने से स्किन के अलावा भी और कौन-कौन से फायदे होते हैं।

हड्डियां मज़बूत होती है:

सर्दी में जोड़ों में दर्द से परेशान हैं तो धूप में बैठिए। धूप सेंकने से शरीर को भरपूर मात्रा में विटामिन डी मिलता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है।

नींद में होता है सुधार:

धूप हमारी बॉडी में मेलाटोनिन हार्मोन को पैदा करती है जो हमारी अच्छी नींद के लिए जिम्मेदार है। इस हार्मोन की वजह से रात को सुकून की नींद आती है और सर्दी में तनाव भी कम होता है।

इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग होती है:

धूप में बैठने से कई तरह के स्किन इंफेक्शन से बचाव होता है, साथ ही इम्यूनिटी भी स्ट्रॉन्ग होती है। धूप में बैठने से शरीर में WBC का पर्याप्त निर्माण होता है जो रोग पैदा करने वाले कारकों से लड़ने का काम करते हैं।

पॉजिटिव हार्मोन बनते हैं:

धूप में बैठने से  आपको अच्छा महसूस कराने वाले हॉर्मोन सेरेटॉनिन और एंडोर्फिन का पर्याप्त स्राव होता है जो डिप्रेशन, सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर और बॉडी क्लॉक-रिद्म के संतुलन में फायदेमंद है।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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