गोवे कंपनी का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, बाइक बोट की तर्ज पर करता था ठगी
नोएडा: इलेक्ट्रिक स्कूटी योजना (बाइक टैक्सी) शुरू करने के नाम पर अरबों रुपये का घोटाला करने के मामले में ‘गो-वे बाइक’ कंपनी के मुख्य कर्ताधर्ता कुणाल सेन को नोएडा में थाना बीटा-2 पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। इसके माता-पिता को पुलिस पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है।
आरोपी गौतमबुद्ध नगर से भागकर मुंबई में छिपा था। उसकी मां की अभी हाल ही में जमानत हुई है। वह अपनी मां से मिलने के लिए गौतमबुद्ध नगर आया था। इसी बीच पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।थाना बीटा-2 के थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने बताया कि वर्ष 2019 के जून माह में लोगों ने जनपद गौतमबुद्ध नगर व अन्य जगहों पर दर्जनभर मुकदमा दर्ज करवाया। उनका आरोप था कि थाना बीटा-2 क्षेत्र के जेएनएच प्लाजा साइट-4 में स्थित गो-वे इंडिया कंपनी ने इलेक्ट्रिक स्कूटी योजना शुरू की। इस कंपनी के मालिक अनिल सेन, उनकी पत्नी मीनू सेन व बेटे कुणाल सेन हैं।
उन्होंने बताया कि ‘क्लीन इंडिया ग्रीन इंडिया’ के उद्देश के साथ शुरू की गई इस योजना में लोगों से करोड़ों रुपये निवेश कराये गये। कंपनी ने 62 हजार रुपये निवेश करने पर एक साल में धन दोगुना करके पैसे देने का वादा किया। यह पैसा एक साल में किस्तों में निवेशकों को वापस किया जाना था।
उन्होंने बताया कि मोटे मुनाफे के लोभ में 17 हजार से ज्यादा लोगों ने उक्त कंपनी में निवेश किया। कुछ दिनों तक इन ठगों ने निवेशकों के खाते में पैसा भेजा, लेकिन कुछ दिनों बाद इन्होंने किस्त देनी बंद कर दी।
उन्होंने बताया कि बुलंदशहर निवासी नितेश शर्मा सहित दर्जन भर लोगों ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करवाया है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पूर्व में मीनू सेन तथा अनिल सेन को गिरफ्तार किया था। मुख्य कर्ताधर्ता कुणाल सेन फरार चल रहा था।
उन्होंने बताया कि शनिवार को थाना बीटा-2 पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि वह घोटाला करने के बाद मुंबई भाग गया था, लेकिन अपनी मां से मिलने के लिए गौतमबुद्ध नगर आया था।