11 साल बाद आचार संहिता उल्लंघन मामले में पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति बरी
समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को एमपी -एमएलए की स्पेशल कोर्ट से शुक्रवार यानी 7 अप्रैल को बड़ी राहत मिली है। कोर्ट में चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने का 10 साल पुराने मामला विचाराधीन था। जिस पर उनके विरूद्ध साक्ष नही मिलने पर बरी कर दिया गया है। मालूम हो कि, सपा नेता गायत्री प्रजापति लखनऊ की जेल में बंद है। यहां सुल्तानपुर की एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट में गायत्री प्रजापति हाई सिक्योरिटी में पेशी की गई।
यह फैसला सुल्तानपुर की विशेष अदालत के न्यायधीश ने सुनाया है। यहां पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति को बुलाया गया था। इस दौरान गायत्री प्रजापति और उनके वकील ने अदालत के इस आदेश पर खुशी जाहिर की है। जबकि, अभियोजन पक्ष के वकील ने इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देने की बात कही है। आपको बता दें कि इस फैसले के दौरान पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति अदालत में ही मौजूद थे।
ये है पूरा मामला
मालूम हो किपूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति 28 फरवरी 2012 को अपने चुनाव के नामांकन में शामिल होने के दौरान बिना इजाजत हजारों समर्थकों के साथ रैली निकाली थी। इसके बाद प्रशासन ने उनके विरूद्ध आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया था। इसी मामले में विशेष अदालत ने आज अपना फैसला सुनाया है। जिसमें साक्षों के चलते सपा नेता गायत्री प्रजापति को बरी किया अदालत ने बरी किया है।