अपराधउत्तर प्रदेश
पिता ने दिव्यांग बेटी के खाने में मिलाया जहर, फिर की आत्महत्या, जांच शुरू

आगरा। एत्माद्दौला थाना क्षेत्र के कटरा वजीर खां में जूता कारीगर उठाए गए कदम से सभी हैरान है। सवाल ये भी है कि क्या पैसा इतना मजबूर कर देता है। जूता कारीगर की नौकरी चली गई थी। दिव्यांग बेटी को पालने की जिम्मेदारी भी थी। पुलिस का मानना है कि इसी वजह से उसने दिव्यांग बेटी को खाने में जहर देने के बाद खुद फंदा लगाकर जान दे दी। बेटी का शव कमरे में बेड पर तो पिता का रसोई में फंदे से लटका मिला।
कटरा वजीर खां निवासी चंद्रप्रकाश जूता कारीगर थे। परिजन ने पुलिस को बताया कि चंद्रप्रकाश की पत्नी रेखा की मार्च 2022 में मृत्यु हो गई थी। वह इकलौती बेटी खुशी के साथ भूतल पर मकान में रहते थे। बेटी पैरों से दिव्यांग थी। प्रथम तल पर उनके बड़े भाई इंद्रजीत परिवार सहित रहते हैं। वह दिल्ली की एक निजी कंपनी से तीन वर्ष पहले सेवानिवृत्त हुए हैं। उनकी पत्नी और बच्चे दिल्ली में रहते हैं।
शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे इंद्रजीत भाई चंद्रप्रकाश को चाय देने उनके कमरे में आए। भतीजी खुशी बेड पर पड़ी थी। उसके मुंह से झाग निकल रहा था। वह चीख पड़े। खुशी के शरीर में कोई हरकत नहीं होने पर वह रसोई में गए तो चंद्रप्रकाश फंदे से लटके थे। सांसें थम चुकी थीं। चीख सुनकर आसपास के लोग और पुलिस आ गई। पुलिस ने कमरे और रसोई की तलाशी ली। जानकारी पर दिवंगत पत्नी रेखा के भाई सुनील व अन्य परिजन भी पहुंच गए।