अभी तक आपके कई तरह के ठगों के बारे में सुना और पढ़ा होगा। फोन पर बात कर ठगी, एटीएम पिन पूछकर ठगी, लिंक भेजकर ठगी, सम्मोहित कर ठगी अब ये सब पुराने जमाने की बातें हो गई है। आज हम एक ऐसे ठग के बारे में आपको बताते जा रहे है जिसका ठगी का अंदाजा निराला है। खबर ऋषिकेश से है। जहां मुनिकीरेती थाना पुलिस ने होटलों में ठहरकर बिल न देने वाले शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। तपोवन के एक होटल को 58,632 रुपये की चपत लगाने के बाद ठग दो महीने से फरार चल रहा था। पुलिस पूछताछ उसने बताया कि पौड़ी गढ़वाल जिले के लक्ष्मणझूला थाना क्षेत्र के साथ देश के कई राज्यों में भी वह ऐसा चुका है।
जानकारी के अनुसार ऋषिकेश के निर्मल ब्लॉक के बी 189 निवासी दिनेश कुमार सिंह ने विगत चार अक्तूबर को उनके साथ हुई ठगी की घटना को लेकर तहरीर देते हुए बताया कि तपोवन में उनका रूद्रम नाम से होटल है। 13 अगस्त को उनके होटल में दिल्ली के लक्ष्मीनगर निवासी इंद्रनील भट्टाचार्य ने कमरा लिया था। वह होटल से ही खाने के लिए महंगा भोजन ऑर्डर करता था। चार सितंबर को वह होटल के स्टाफ को बिल के भुगतान के लिए एटीएम से रुपये निकालने की बात कहते हुए बाहर चला गया और वापस नहीं लौटा। इसके बाद जब उससे संपर्क किया तो उसका नंबर स्विच ऑफ आ रहा है। बताया कि इंद्रनील भट्टाचार्य ने 58,632 रुपये का भुगतान करना है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी।
मुखबिर की सूचना पर पुलिस आरोपी इंद्रनील भट्टाचार्य को उत्तर प्रदेश के नोएडा के सेक्टर 19 से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी पौड़ी गढ़वाल के लक्ष्मणझूला थाना क्षेत्र में जोस्टन होटल के मालिक को भी इसी तरह की ठगी से 51,648 रुपये का चूना लगा चुका है। जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो बताया कि इसी तरह बड़े होटलों में रुकता था और बिल के भुगतान के समय कोई बहाना बना कर फरार हो जाता था। वह देश के कई राज्यों में भी इसी तरह की ठगी की घटनाओं को अंजाम दे चुका है।