आठ वर्ष की बच्ची से की हैवानियत, आरोपित मौके से फरार

आरोपी की जांच में जुटी पुलिस
बिशारतगंज। ननिहाल बरात में शामिल होने आई आठ वर्ष की बच्ची से हैवानियत की गई। आधी रात को उसे टैंट के पीछे ले जाकर हवस का शिकार बनाया गया। खून से लथपथ बच्ची जब रोती हुई मां के पास पहुंची तो मां के पैरों तले जमीन खिसक गई। तत्काल उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। उधर, घटना के बाद आरोपित मौके से फरार हो गया। बिशारतगंज थाने में अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध प्राथमिकी लिख ली गई है। बरात में आए लोगों के फोटो दिखाकर बच्ची से आरोपित की पहचान कराई जा रही है, मगर अभी तक उसने किसी को नहीं पहचाना हैं। बदायूं के बिनावर के एक गांव में रहने वाले व्यक्ति की बिशारतगंज के एक गांव में ससुराल है।
गुरुवार को उनकी साली की शादी थी जिसमें वह पत्नी व आठ वर्ष की बच्ची के साथ शामिल होने आए थे। पुलिस के मुताबिक, बरात आई तो सभी लोग शादी में मशगूल हो गए। रस्में चल रही थीं। रात करीब 11:45 बजे बच्ची बरात में लगे चाऊमीन के स्टॉल पर जाकर चाऊमीन मांगने लगी तो वहां एक युवक आया और उसने उससे मिठाई खाने की बात कही। बच्ची ने कहा कि उसे मिठाई दिखाई नहीं दे रही। तो आरोपित ने कहा कि चलो वह उसे मिठाई दिलाता है। मिठाई दिलाने के बहाने वह बच्ची को टैंट के पीछे सूनसान स्थान पर ले गया और दुष्कर्म किया।
बच्ची चीखी-चिल्लाई लेकिन बरात के शोर में किसी ने उसकी आवाज नहीं सुनी। बच्ची को लहूलुहान हालत में छोड़कर आरोपित मौके से फरार हो गया। जब वह वापस टैंट में पहुंची तो खून से लथपथ थी। यह देख सभी चौंक गए। बच्ची ने अपनी मां को आपबीती सुनाई। इसके बाद पूरे बरात में हलचल बढ़ गई। तत्काल ही पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस और फाेरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। बच्ची को सबसे पहले जिला अस्पताल मेडिकल के लिए भेजा गया। उसकी हालत गंभीर होने की वजह से मेडिकल के बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कर लिया गया है। बच्ची का कहना हैं कि आरोपित ने गले में गमछा डाला हुआ था।
वह उससे मना कर रही और रो रही थी, लेकिन आरोपित जबरदस्ती कर रहा था। घटनास्थल से फाेरेंसिक टीम ने कई साक्ष्य एकत्र किए हैं। आरोपित की तलाश जारी है पुलिस के मुताबिक, गांव की बरात थी। दुल्हन के स्वजन से वीडियोग्राफी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बता दिया कि शादी में किसी भी तरह की कोई वीडियो नहीं बन रही थी। जो लोग अपने मोबाइल से फोटो ले रहे थे केवल उन्हीं के फोटो उनके पास है। पुलिस को मोबाइल से जो फोटो मिले हैं उन्हीं को दिखाकर बच्ची से आरोपित की पहचान कराने का प्रयास किया जा रहा है।