जेवर एयरपोर्ट से विदेश के लिए मिलेगी सीधी फ्लाइट, रनवे का काम शुरू; देश का पहला ट्रांजिट हब भी बनेगा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के 39 सौ मीटर लम्बे और 45 मीटर चौड़े रनवे निर्माण का कार्य शुरू हो गया। शुक्रवार को विधिवत शुक्रवार को शुरूआत हो गई। यह एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। इसके निर्माण का ठेका टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड के पास है। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के अनुसार टाटा प्रोजेक्ट इस परियोजना के लिए इंजीनियरिंग निर्माण सामग्री की आपूर्ति और निर्माण से जुड़े काम करेगी।
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड की माने तो जेवर में बनने वाला एयरपोर्ट अपने निर्धारित समय पर बनकर तैयार हो जाएगा। इससे इसके निर्माण का खर्च भी नहीं बढ़ेा और तय धनराशि में अपने निर्धारित समय पर बन जाएगा। यह बात कम्पनी के सीईओक्रिसेफ लमैन ने हाल ही में कही थी। दरअसल, जेवर एयरपोर्ट के निर्माण और संचालन के लिए यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की गई। यह ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल की सब्सिडियरी है और वायआईएपीएल में ज्यूरिख एयरपोर्ट की 100 फीसदी हिस्सेदारी है। कम्पनी ने रनवे निर्माण का कार्य शुरू होने की बात टवीटर पर भी साझा की हैं।
30 सितम्बर 2024 को एयरपोर्ट से शुरू होगी पहली उड़ान
जेवर में बनने वाले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की डेडलाइन भी तय हो गई है। यहां से पहली उड़ान 30 सितम्बर 2024 को शुरू होगी। बीते साल अक्टूबर में नोएडा इंटरनेशरनल एयरपोर्ट लिमिटेड और इसे बनाने वाली कम्पनी के बीच अगले 40 साल के लिए कांट्रेक्ट हुआ था। इसके अनुसार यदि इंटरनेशनल कम्पनी के निर्माण और तय समय पर उड़ान शुरू होने में देरी होती है तो दस लाख रूपये प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना देना होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था शिलान्यास
दरअसल, जेवर में बनने वाले इस एयरपोर्ट ने कई बाधाओं को पार किया हे। ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी द्वारा साल 2019 में नोएडा अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने के लिए बिड हासिल करने के बाद सिक्योरिटी क्लीयरेंस, कंसेशन एग्रीमेंट, आर्किटक्ट का चुनाव जैसे कई पड़ाव पार किए हैं। बीते साल 1 अक्टूबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एयरपोर्ट का शिलान्यास किया था।