OP Rajbhar के बेटे पर पर जानलेवा हमला, चल गए लाठी-डंडे!
लखनऊ/कुशीनगर: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव और पूर्व राज्यमंत्री अरविंद राजभर पर जानलेवा हमले का प्रयास किया गया है। इस हमले वो बाल बाल बच गए। हमलवारों ने उनकी गाड़ी पर लाठी-डंडों और पत्थरों से हमला किया है। इस हमले की जानकारी खुद सुभासपा नेता ने वीडियो बयान जारी करके दिया है। उन्होंने हमले का जिम्मेदार कुशीनगर जिले के ग्राम प्रधान राजेंद्र यादव को बताया है। राजेंद्र यादव एक हत्याकांड का मुख्य आरोपी भी है। अरविंद राजभर ने स्थानीय पुलिस पर भी आरोप लगाए हैं।
अरविंद राजभर ने बताया कि वो कुशीनगर के पडरौना कोतवाली के एक गांव के विश्वनाथ राजभर के परिजनों से मिलने गए थे। विश्वनाथ राजभर की बीते दिनों हत्याकर दी गई थी। इसीलिए उनके परिवार से मिलकर उन्हें सांत्वना देने गए थे। शाम करीब साढ़े पांच बजे के बाद वहां से वापस लौटते ही ग्राम प्रधान राजेन्द्र यादव ने षड्यंत्र के तहत उनके गाड़ी को अपने साथियों के साथ घेर लिया। अरविंद ने बताया कि ग्राम प्रधान राजेन्द्र यादव उस हत्याकांड का मुख्य आरोपी भी है।
गाड़ी के आगे के हिस्से को तोड़ डाला
अरविंद राजभर ने बताया कि 250 से 300 लोगों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया था और उनकी गाड़ी पर पथराव कर रहे थे। उनकी गाड़ी के आगे के हिस्से को तोड़ भी डाला है। उन्होंने बताया कि लाठी-डंडा हाथों में लिए लोग उन्हें रोकने का प्रयास कर रहे थे। अरविंद ने बताया कि 35 से 40 मिनट तक सुरक्षा कर्मियों ने रास्ता खाली कराने की कड़ी मशक्कत की, लेकिन रास्ता नहीं खाली हुआ। उसके बाद बड़ी मुश्किल में वो जान बचाकर कैसे भी करके निकल पाए है।
स्थानीय पुलिस को आड़े हाथों लिया
सुभासपा प्रमुख महासचिव ने बताया कि वहां जो लोग थे वो शराब के नशे में लाठी डंडा और हाथों में पत्थर लिए हुए थे। इसके साथ ही उन्होंने अपने बयान में बताया कि हम वहां से पूर्व विधायक रामानंद बौद्ध के आवास पर चले गए थे। वहीं इस घटना को लेकर सुभासपा नेता अरविंद राजभर ने पुलिस को भी आड़े हाथों लिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना दी गई है, सुबह से ही पुलिस को वहां पर जाने की सूचना दी जा रही थी, लेकिन स्थानीय प्रशासन की लापरवाही की वजह से इतनी बड़ी घटना घट गई है। उन्होंने बताया कि वहां तमाम ऐसे संदिग्ध लोग भी थे जो वहां विश्वनाथ की हत्या कर सकते हैं, वो गोली भी चला सकते थे। वो कुछ भी कर सकते थे, कोई भी घटना घट सकती थी।