व्यापार घाटे में लगातार बढ़ोतरी चिंताजनक, लगातार तीन महीनों से औसतन 20 अरब डालर के है ऊपर
कच्चे तेल और सोने के आयात में तेजी आने से नवंबर 2021 के दौरान व्यापार घाटा (आयात और निर्यात के बीच का अंतर) 23.27 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। यह पिछले साल की समान अवधि में दर्ज 10.19 अब डॉलर से लगभग 128.30% ज्यादा है। व्यापार घाटे का पिछला रिकॉर्ड नवंबर 2012 में 20.2 अरब डॉलर था।
वहीं, नवंबर 2021 में भारत का मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट साल-दर-साल 26.49% बढ़कर 29.88 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 23.62 अरब डॉलर था। इंजीनियरिंग, पेट्रोलियम, कैमिकल और मरीन प्रोडक्ट्स जैसे सेक्टर्स में हेल्दी ग्रोथ के कारण ये बढ़ोतरी हुई है।
कुल निर्यात में 28.19% की हिस्सेदारी रखने वाले इंजीनियरिंग गुड्स का एक्सपोर्ट सालाना आधार पर करीब 37% बढ़कर 8 अरब डॉलर हो गया। पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स का निर्यात सालाना आधार पर 145.3% बढ़कर 3.82 अरब डॉलर हो गया। हालांकि, महीने के दौरान जेम्स और ज्वैलरी का आउटबाउंड शिपमेंट 11% घटकर 2.4 अरब डॉलर रह गया।
पिछले साल की तुलना में आयात में 57.18% की बढ़ोतरी
मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के आंकड़ों के अनुसार नवंबर 2021 में आयात 53.15 अरब डॉलर था। नवंबर 2020 में यह 33.81 अरब डॉलर था। नवंबर 2021 से नवंबर 2020 की तुलना करने पर 57.18% की बढ़ोतरी नजर आती है। वहीं नवंबर 2019 में आयात 38.52 अरब डॉलर था। नवंबर 2021 से नवंबर 2019 की तुलना करने पर ये बढ़ोतरी 37.96% की है।
सोने और पेट्रोलियम प्रोडक्ट का बढ़ा आयात
सोने का आयात 8% बढ़कर 4.22 अरब हो गया। नवंबर 2021 के दौरान पेट्रोलियम, क्रूड ऑयल और प्रोडक्ट्स का आयात 132.44% बढ़कर 14.68 अरब डॉलर हो गया। अपडेटेड ट्रेड डेटा इस महीने के आखिर में रिलीज किया जाएगा।
अप्रैल-नवंबर 2021 में व्यापार घाटा 121.98 अरब डॉलर
चालू वित्त वर्ष के 8 महीनों (अप्रैल-नवंबर 2021) के दौरान व्यापार घाटा 121.98 अरब डॉलर था। इस दौरान मर्चेंडाइज इंपोर्ट 384.44 अरब डालर था, जो अप्रैल-नवंबर 2020 में 219.19 अरब डालर से 75.39% की बढ़ोतरी और अप्रैल-नवंबर 2019 में 324.59 अरब डालर से 18.44% की बढ़ोतरी दिखाता है।