अखिलेश-शिवपाल के मतभेदों पर सीएम योगी ने ली चुटकी, बोले- आप पास-पास लेकिन साथ-साथ नहीं
सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को विधानसभा में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर व्यंग्यवाण छोड़े। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सपा अध्यक्ष द्वारा सरकार पर लगाए तमाम आरोपों पर पलटवार करते हुए सीएम योगी ने कहा कि विकास की यात्रा में पक्ष और विपक्ष को एक साथ चलना है। यात्रा आपकी भी चल रही है और हमारी भी चल रही है लेकिन अंतर यही है कि हम पास-पास भी हैं और साथ-साथ भी हैं। हमारे बहुत सारे सदस्यों की आप जाति नहीं बता सकते लेकिन आप पास-पास होकर भी साथ-साथ नहीं हैं।
सीएम योगी ने अपने भाषण की शुरुआत में ही शायराना अंदाज में अखिलेश यादव पर वार किया। उन्होंने कहा- ‘नजर नहीं है नजारों की बात करते हैं। जमीं पर सितारों की बात करते हैं। वो हाथ जोड़कर बस्ती को लूटने वाले, भरी सभा में सुधारों की बात करते हैं।’ सीएम ने कहा कि राज्यपाल जी के अभिभाषण का आपने सम्मान किया होता तो अच्छा होता लेकिन आपके सदस्य ‘राज्यपाल गो बैक’ के नारे लगा रहे थे। हमें चौका और चौराहे की बात को याद करना होगा। इस सदन में क्या बात होनी चाहिए। चौराहे पर क्या बात होनी चाहिए। दोनों में अंतर होना चाहिए। यह मंच व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप का मंच नहीं हो सकता।
राज्यपाल जी के अभिभाषण का यदि आप विरोध करते हैं तो प्रदेश के विकास का विरोध करते हैं। क्या जनता हमको देख नहीं रही है। माननीय सदस्यों ने चर्चा में भाग लिया। कई रोचक बातें आईं। मैं सबके प्रति धन्यवाद ज्ञापित करता हूं। कई दलों का नाम लेते हुए सीएम योगी ने कहा कि मैं सबको धन्यवाद देता हूं। मैं अपील करूंगा कि एक स्वर से हम राज्यपाल जी को धन्यवाद करें। 167 सदस्य किसी चर्चा में भाग लें, यह अपने आप में एक नया प्रयोग है। यहां की प्रोसिडिंग हिंदी, अंग्रेजी में अनुवाद करके हर विधानसभा और लोकसभा की लाइब्रेरी को भी भेजना चाहिए।
पक्ष-विपक्ष को साथ चलता होगा
उन्होंने कहा कि प्रदेश के 25 करोड़ लोगों को इस पक्ष और उस पक्ष सबसे अपेक्षा है। अलग-अलग विधानसभा सीटों से अलग-अलग दल जीते हैं। सबकी अपेक्षाएं हैं। प्रदेश की विकास की यात्रा पर मिलकर चलने की आवश्यकता है। राज्यपाल जी का अभिभाषण उसी बात का प्रतिनिधित्व कर रहा है। उन्होंने पूरे प्रदेश की बात की। सत्ता पक्ष और विपक्ष जब विकास के लिए एक स्वर से बोलेगा। हमारे रास्ते अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन मिलकर आगे बढ़ना होगा।
लाकडाउन सिंह से नहीं मिले होंगे आप
सीएम योगी के भाषण के खत्म होते ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी जगह पर खड़े होकर उनका विरोध किया। अखिलेश यादव ने लाकडाउन के दौरान भारत-नेपाल सीमा पर एक गर्भवती महिला की तकलीफ का जिक्र करते हुए कहा कि वहां बार्डर के पास एक बच्चे ने जन्म लिया और लोगों ने उसका नाम रख दिया लाकडाउन। सीएम शायद लाकडाउन से नहीं मिले होंगे। उस महिला की किसी सरकार ने मदद नहीं की। यदि किसी ने मदद की तो समाजवादियों ने की। अखिलेश यादव ने शोरशराबे के बीच सीएम योगी की बातों का जवाब देने की कोशिश की। इस पर संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने उन्हें टोका कि यह सदन की परम्परा नहीं है।