ChatGPT वाले Open AI के सीईओ बोले – सरकार दे इसमें दखल, नहीं तो बुरा होगा अंजाम
नई दिल्ली: एक दशक से भी अधिक समय से सिलिकॉन वैली में एक प्रभावशाली उपस्थिति के साथ ओपन एआई (OpenAI) के सीईओ सैम ऑल्टमैन (Sam Altman) टेक टाइटन के रूप में उभर रहे हैं. उनकी कंपनी ने बॉट चैटजीपीटी (Chat GPT) के सहारे दुनिया में अपनी अलग पहचान बना ली है.
ऑल्टमैन ने मंगलवार को अमेरिकी सीनेट ज्यूडिशियरी कमेटी पैनल के सामने गवाही दी और कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इस समय दुनिया पर छाने को तैयार है, और ये जल्द ही दुनिया में सबसे आगे होने वाला है.
ऑल्टमैन ने एआई के प्रभाव पर अमेरिकी सीनेट की सुनवाई में बताया, “हमें लगता है कि तेजी से उभरते इस शक्तिशाली मॉडल के जोखिमों को कम करने के लिए सरकारों द्वारा नियामक हस्तक्षेप महत्वपूर्ण होगा.”
मानवता की भलाई के लिए बनाया चैटजीपीटी
ऑल्टमैन ने कहा कि वे ओपन एआई ने पैसा नहीं बनाते हैं और उन्होंने कहा कि यह काम नैतिक रूप से कम जागरूक कंपनियों से मानवता की सुरक्षा के लिए किया था. उन्होंने कहा कि जब भी कोई चैटजीपीटी का प्रयोग करता है तो उस पर कंपनी का खर्चा होता है.
कलाकारों को देंगे मुआवजा
बैठक में सैम ऑल्टमैन से एआई के जरिए बनाई जा रही तस्वीरों पर भी सवाल किया गया. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे कॉपीराइट के मुद्दे पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कमिटी के सदस्यों से कहा कि वे उन कलाकारों को मुआवजा देने को तैयार हैं जिनके आर्ट का प्रयोग कुछ तैयार करने में किया गया है.
चुनौतियों का हल संभव
सैम ने कहा कि क्रिएटरों पर कंट्रोल होना चाहिए. ओपन एआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने कहा कि एआई में वो ताकत है कि वह मानवता के सामने सबसे बड़ी चुनौतियों का हल निकाल सकता है, जैसे जलवायु परिवर्तन और कैंसर का निदान.
नौकरियों पर असर पड़ेगा
वहीं ऑल्टमैन ने माना कि एआई की तरक्की निश्चित तौर पर वर्कफोर्स (नौकरियों) पर असर डालेगा. लेकिन वर्तमान मॉडल केवल टूल है और यह क्रिएचर (निर्माण करने वाला) नहीं है.
संगीत पर एआई का असर
संगीत पर एआई के असर पर ऑल्टमैन ने कहा कि इस बारे में कंटेंट क्रिएटरों की राय जरूरी है कि कैसे उनकी आवाज, पसंद और कॉपीराइट कंटेंट एआई मॉडल को ट्रेन करे.
लोकतंत्र पर डाल सकता है असर
ऑल्टमैन ने सिनेट के सदस्यों से कहा कि उनकी चिंता है एआई किस प्रकार से लोकतंत्र पर असर डाल सकता है. उनकी चिंता इस बात को लेकर है कि चुनाव के समय एआई का प्रयोग कर टारगेट ऑडियंस के पास आधी-अधूरी जानकारी भेजी जा सकती है.
गौरतलब है कि 2015 में, ऑल्टमैन ने टेस्ला के प्रमुख एलन मस्क और अन्य लोगों के साथ OpenAI को आरंभ किया था, जो एक शोध कंपनी बनी थी और इसका उद्देश्य जनरेटिव AI के निर्माण से मानवता की सेवा करना था.
ऑल्टमैन ने 2021 के एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, “अगले 100 वर्षों में हम जो तकनीकी प्रगति करेंगे, वह हमारे द्वारा आग पर काबू पाने और पहिए का आविष्कार करने के बाद से अब तक की गई सभी प्रगति से कहीं अधिक बड़ी होगी.”
ऑल्टमैन का जन्म 1985 में एक यहूदी परिवार में हुआ. वे सेंट लुइस उपनगर में पले-बढ़े, जहां उन्हें अपना पहला कंप्यूटर आठ साल की उम्र में मिला. यह बात न्यू यॉर्कर में 2016 में छपी एक लंबी प्रोफ़ाइल से पता चलती है.
ऑल्टमैन ने एस्क्वायर (Esquire) के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि कंप्यूटर और ऑनलाइन समुदाय तक पहुंच ने उन्हें देश के रूढ़िवादी हिस्से में समलैंगिक होने में मदद की. कई अन्य टेक चेहरों के ही तरह, ऑल्टमैन ने एक कंपनी, लूप्ट (Loopt) शुरू करने के लिए स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई को बीच में ही छोड़ दिया. यह कंपनी स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं को अपने ठिकाने को चुनिंदा रूप से साझा करने में मदद करती थी.
लूप्ट को 2012 में 43.4 मिलियन डॉलर मूल्य के सौदे में अधिग्रहित किया गया था और इसी के साथ सिलिकॉन वैली में ऑल्टमैन का स्थान सुरक्षित हो गया था. सैन फ्रांसिस्को में रेजिडेंट में छपे एक पोस्ट से पता चलता है कि इसके बादऑल्टमैन ने एक साल की छुट्टी ली, जिस दौरान उन्होंने “कई दर्जनों पुस्तकें पढ़ीं; मैंने उन क्षेत्रों के बारे में सीखा, जिनमें मेरी रुचि थी.”
उन्होंने बताया कि उन्होंने न्यूक्लियर इंजीनियरिंग, सिंथेटिक बायोलॉजी, इन्वेस्टमेंट और एआई के बारे में सीखा. उन्होंने कहा कि ये वे बीज थे जिन्होंने बाद में गहरे जाकर काम किया.