सेना प्रमुख जनरल बाजवा का टैक्स डेटा लीक, दो अधिकारियों को सेवा से किया गया निलंबित
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल बाजवा के टैक्स पेपर लीक होने के बाद वहां की राजनीति में भूचाल आ गया है। दरअसल, पाकिस्तान की एक वेबसाइट ने दावा किया था कि जनरल बाजवा के 6 साल के कार्यकाल में उनके परिजन और रिश्तेदारों ने अरबों की संपत्ति बना ली है। इस बीच, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि पाकिस्तान के टैक्स अधिकारियों ने इस मामले में दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। वित्त मंत्री इशाक डार द्वारा शुरू की गई जांच के बाद यह निर्णय लिया गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामले में प्रारंभिक जांच के बाद उपायुक्तों आतिफ नवाज और जहूर अहमद को सेवा से निलंबित कर दिया गया है। निलंबित अधिकारी देश के शीर्ष कर निकाय फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू (एफबीआर) की अंतर्देशीय राजस्व सेवा में कार्यरत हैं। शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों अधिकारियों के लॉग इन और पासवर्ड से डेटा लीक हुआ है। फिलहाल, इस मामले में जांच अभी भी जारी है।
वेबसाइट ने किया था ये दावा
गौरतलब है कि खोजी वेबसाइट फैक्ट फोकस की एक रिपोर्ट में बाजवा और उनके परिवार के सदस्यों के टैक्स संबंधी दस्तावेज ऑनलाइन पोस्ट किए गए थे। वेबसाइट ने यह भी कहा था कि इतने दिनों में सेना प्रमुख के परिजनों और रिश्तेदारों ने 12.7 अरब की संपत्ति बना ली है। जिसके बाद पाकिस्तान सरकार ने इस मामले में ये खुलासा करने वाली वेबसाइट के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे।
मंत्री इशाक डार ने दिया था जांच का आदेश
गौरतलब है कि खोजी वेबसाइट फैक्ट फोकस द्वारा जनरल बाजवा और उनके परिवार के सदस्यों सहित उनकी बहू के परिवार के कर विवरण ऑनलाइन जारी किए गए थे।इसके बाद वित्तमंत्री डार ने सोमवार को मामले में जांच का आदेश दिया था। फैक्ट फोकस के मुताबिक, जनरल बाजवा के परिवार के सदस्य और रिश्तेदार उनके छह साल के कार्यकाल में अरबपति बन गए, जिससे उनकी संपत्ति 12.7 अरब रुपये हो गई।
पत्नी-बहू और अन्य रिश्तेदारों की संपत्ति में हुई है बढ़ोतरी
जनरल बाजवा की निर्धारित सेवानिवृत्ति से कुछ दिन पहले जारी की गई इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जनरल बाजवा की पत्नी आयशा अमजद की संपत्ति 2016 में शून्य से छह साल में 2.2 बिलियन रुपये (घोषित और ज्ञात) हो गई। इसमें कहा गया है कि राशि में आवासीय भूखंड, वाणिज्यिक भूखंड और सेना द्वारा उनके पति को दिए गए घर शामिल नहीं हैं। रिपोर्ट में यह भी आरोप लगाया गया है कि महनूर साबिर (जनरल बाजवा की बहू) की घोषित संपत्ति का कुल मूल्य अक्टूबर 2018 के अंतिम सप्ताह में शून्य से बढ़कर 2 नवंबर, 2018 को 1,271 मिलियन रुपये हो गया।