35 लाख की ठगी कर युवक को भेजा अमेरिका, एजेंट गिरफ्तार

हिरासत, निर्वासन और फिर गिरफ्तारी: युवक की कहानी ने खोली ट्रैवल माफिया की पोल
नई दिल्ली। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पुलिस ने एक ऐसे ट्रैवल एजेंट को गिरफ्तार किया है, जो अवैध तरीके से युवक को अमेरिका भेजने और उसके साथ लाखों की ठगी करने के मामले में वांछित था। पीड़ित को अमेरिका पहुंचने के बाद गिरफ्तार कर छह महीने तक हिरासत में रखा गया और फिर देश से निर्वासित कर भारत भेजा गया।
अधिकारियों ने बताया कि पीड़ित, अंबाला निवासी प्रियांशु, 23 मई को जब अमेरिका से दिल्ली लौटा तो दस्तावेजों की जांच में सामने आया कि उसे निर्वासित किया गया है। उसके पासपोर्ट में कई पन्ने गायब पाए गए, जिससे पता चला कि दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ हुई थी। इसके बाद उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर उसे हिरासत में लिया गया।
प्रियांशु ने पूछताछ में बताया कि वह 2024 में तीन एजेंटों — अमित, रजत और हर्षबीर — के संपर्क में आया था, जिन्होंने उसे अमेरिका भेजने के लिए 35 लाख रुपये की मांग की। एजेंटों ने उसके पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए और पहले उसे यूके भेजा। इसके बाद उसे फ्रांस, स्पेन, निकारागुआ, होंडुरास, ग्वाटेमाला और मैक्सिको के रास्ते अमेरिका पहुंचाया गया।
एजेंटों ने नकली इमिग्रेशन स्टैंप का इस्तेमाल कर यात्रा को वैध दिखाने की कोशिश की और अमेरिका में प्रवेश के बाद पासपोर्ट के पन्ने हटवाए। लेकिन अमेरिकी इमिग्रेशन अधिकारियों ने उसे पकड़ लिया और छह महीने तक डिटेंशन सेंटर में रखने के बाद भारत वापस भेज दिया गया।
आईजीआई पुलिस की टीम ने निरीक्षक सतीश के नेतृत्व में त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रियांशु की सूचना पर मुख्य आरोपी अमित को गिरफ्तार कर लिया है। शेष आरोपियों की तलाश जारी है।