फर्जी कागजात से सेना भर्ती की पोल खुलने पर ट्रेनिंग छोड़कर भागा युवक फिर करने लगा प्रयास, गिरफ्तार
मेरठ: इस समय मुजफ्फरनगर समेत कई जिलों में अग्निवीर की भर्ती (Agniveer Recruitment) चल रही है। भर्ती में फर्जी दस्तावेजों के जरिए बहुत से युवकों के भर्ती होने की सूचना आर्मी इंटेलिजेंस को मिल रही है। पूर्व में भी कई ऐसे युवकों और फर्जी दस्तावेज बनाने वालो को पकड़ा गया है। दो दिन पहले ही आर्मी इंटेलिजेंस को करन नाम के एक युवक के बारे में जानकारी हुई, जो 2019 में राहुल नाम से फर्जी दस्तावेजों के सहारे भर्ती हो गया था। साथ ही उसने 6 महीने की आर्मी ट्रेनिग भी ले ली थी, लेकिन जब असलियत पता चली तो उसे आर्मी से निकाल दिया गया है।
इसके बाद वो 4 अक्टूबर को मुजफ्फरनगर में अग्निवीर भर्ती में फर्जी दस्तावेज के सहारे भर्ती होने आया, तो आर्मी ने उसे पकड़ लिया। अधिकारियों ने उससे पूछताछ शुरू की तो मेरठ के एक्स फोजी महकार सिंह का नाम सामने आया। जिसने फर्जी दस्तावेज बनाने में करन की मदद की थी। आर्मी इंटेलिजेंस ने आज उसे उसके घर से गिरफ्तार कर लिया और उसका मोबाईल चेक किया तो उसमे अनेकों फर्जी दस्तावेजों का रिकॉर्ड मिला है। साथ ही मोबाइल से उसके बुलंदशहर के साथी रॉबिन की भी जानकारी मिली, जो फर्जी दस्तावेज बनाने में उसका साथ देता था, फिलहाल रॉबिन फरार है।
अधिकारियों के मुताबिक महकार सिंह 2012 में आर्मी से रिटायर्ड हो गया था। इसके बाद वह आर्मी में भर्ती करवाने के नाम पर युवकों को लालच देता था, और मोटी रकम वसूलता था। धीरे-धीरे महकार सिंह ने रॉबिन के साथ मिल कर युवकों के फर्जी दस्तावेज बनाने शुरू कर दिया। पकड़े गए करन के भी 2019 में फर्जी दस्तावेज महकार सिंह ने ही बनाए थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस अब रॉबिन की तलाश कर रही है, जल्द ही उसे गिरफ्तार कर दोनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।