पूर्वी यूपी के भू-माफिया यशपाल तोमर के राइट हैंड धीरज डिगानी पर भी एसटीएफ ने शिकंजा कसते हुए उसके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की है। अब उस पर इनाम घोषित करने की तैयारी में एसटीएफ जुट गई है। इधर, कुर्क किए गए सामान को दिल्ली के जगतपुरी थाने में जमा कराया गया है।
एसटीएफ यशपाल के पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने में जुटी हुई है। एसटीएफ यशपाल तोमर की 153 करोड़ की चल-अचल संपत्तियां पहले ही कुर्क कर चुकी है। यशपाल का पूरा नेटवर्क उसका राइटहैंड धीरज डिगानी निवासी जगतपुरी शाहदरा नई दिल्ली संभालता है। मूल रूप से राजस्थान का निवासी धीरज ने वकालत की पढ़ाई की है और फर्राटेदार अंग्रेजी बोलता है।
धीरज ही यशपाल की तरफ से उसके हर टॉरगेट के खिलाफ दर्ज होने वाले झूठे मुकदमे की पटकथा तैयार करता था। करीब आठ साल से यशपाल के राइट हैंड के तौर पर कार्य कर रहे धीरज डिगानी का दिमाग इस दिशा में चलता है कि कैसे आमजन को झूठे मुकदमे में फंसाकर उसकी संपत्ति हड़पनी है।
एसटीएफ उसकी धरपकड़ में भी जुटी थी लेकिन वह हाथ नहीं आ सका। एसटीएफ ने धीरज के खिलाफ कुर्की के आदेश कोर्ट से प्राप्त करते हुए कुर्की की कार्रवाई को अंजाम दिया है। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि कुर्की की कार्रवाई कर ली गई है लेकिन अभी भी धीरज की तलाश में एसटीएफ जुटी है।
यह है पूरा मामला
गैंगस्टर यशपाल तोमर के खिलाफ हरिद्वार के कनखल एवं ज्वालापुर में दो अलग अलग मुकदमे दर्ज हैं। कनखल के कांग्रेसी नेता तोष जैन ने उसके खिलाफ घर में घुसकर हत्या की धमकी देने के संबंध में मुकदमा दर्ज कराया था, दूसरा मुकदमा कोतवाली ज्वालापुर में दिल्ली के प्रॉपर्टी डीलर भरत चावला ने दर्ज कराया था।
आरोप था कि उसका सगा भाईगिरधारी चावला, भतीजा सचिन चावला, यशपाल तेामर और धीरज डिगानी उसकी बीस बीघा भूमि अपने नाम करवाने को लेकर उसे डरा धमका रहे थे। इन दोनों ही मामलों की जांच एसटीएफ कर रही है।