पराली जलने के केस बढ़ने के बाद प्रशासन सख्त, 13 किसानों को किया गिरफ्तार
हरियाणा। हरियाणा में पराली जलने के केस बढ़ने के बाद प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है। प्रदेश में पहली बार 13 किसानों को गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई कैथल जिले में हुई। जिले के गुहला-चीका व पूंडरी में छह-छह व ढांड में तीन, सीवन में दो व कैथल शहर में एक किसान पर मुकदमा दर्ज किया गया और पुंडरी थाना क्षेत्र के चार, गुहला व चीका के पांच, ढांड के तीन और कैथल के एक किसान को गिरफ्तार कर लिया गया। प्रशासन ने बचे हुए किसानों की भी जल्द गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं।
हालांकि गिरफ्तारी के कुछ देर बार किसानों को जमानत भी दे दी गई, लेकिन प्रशासन ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि जिन-जिन किसानों पर मुकदमा दर्ज किया गया है, उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाए।
इस बारे में कैथल के डीएसपी वीरभान ने बताया कि सरकार के आदेशों पर उन्होंने संबंधित थाना प्रभारियों को गिरफ्तारी के आदेश दे दिए हैं। इसी के तहत 18 किसानों के खिलाफ केस दर्ज कर 13 किसानों की गिरफ्तारी की गई है।
कैथल में ही प्रदेश में सबसे अधिक पराली जलाने के मामले सामने आ रहे हैं। अब तक 130 केस सामने आ चुके हैं और रविवार को भी सबसे ज्यादा सात केस कैथल जिले से ही आए। इसी कारण जिला प्रशासन ने इसे सख्ती से निपटना शुरू कर दिया है।
रविवार को प्रदेशभर में 32 किसानों की जमीन रेड एंट्री श्रेणी में डाली गई। अब तक कुल 368 किसानों की जमीन रेड एंट्री में डाली जा चुकी हैं। ये किसान दो सीजन मंडियों में फसल नहीं बेच सकेंगे। इनके अलावा 14 किसानों के चालान किए गए। अब तक 317 चालान दर्ज कर किसानों से 8.15 लाख रुपये जुर्माना वसूला जा चुका है।
राज्य में रविवार को पराली जलाने के 11 नए मामले दर्ज हुए है। सेटेलाइट के जरिए ट्रैक करने पर चार जगह टीम के पहुंचने पर पराली जलाने का सबूत नहीं मिला। इनमें सबसे ज्यादा मामले कैथल में आ रहे है। रविवार को 11 मामलों में अकेले कैथल में सात मामले आए है, जबकि दो करनाल, एक कुरुक्षेत्र और एक सोनीपत में पराली जलाने के मामला आया है।
अधिकारी अगर पराली जलने से रोक नहीं पा रहे तो नोटिस जारी करें : मुख्य सचिव
मुख्य सचिव टीवीएस एन प्रसाद ने रविवार को पराली प्रबंधन को लेकर सभी डीसी व अन्य अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर बैठक की। उन्होंने पराली व धान के अवशेष जलाने की घटनाओं पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी अगर पराली जलाने की घटनाओं को रोक नहीं पा रहे हैं तो उनको नोटिस जारी किया जाएं। इसके बाद उन पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। मुख्य सचिव ने कहा कि इसको लेकर सोमवार को फिर से वीडियो कांफ्रेंस की जाएगी।
जिले में किसानों को पराली जलाने पर रोक लगाने के संबंध में गठित की गई कमेटियां निरंतर क्षेत्र में रहकर आग लगाने की घटनाओं पर अंकुश लगाएं और पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। कृषि विभाग के कुल 13 कर्मियों को नोटिस भी जारी किए गए हैं। -डॉ. विवेक भारती, उपायुक्त, कैथल
पराली जलाने के अब तक मामले
कैथल- 130
- कुरुक्षेत्र- 91
- करनाल- 71
- अंबाला- 73
- जींद- 49
- सोनीपत- 41
- फतेहाबाद- 36
- फरीदाबाद- 30
- पानीपत- 27
- पलवल- 26
- यमुनानगर- 24
- हिसार- 18
- सिरसा- 16
- पंचकूला- 14
- रोहतक- 6
- झज्जर- 1
हरियाणा के आठ शहर सबसे ज्यादा प्रदूषित
पराली जलने के बाद हरियाणा के शहरों में हवा की गुणवत्ता भी खराब हो रही है। देश के कुल 22 शहरों में एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) का स्तर 200 से ऊपर यानी खराब श्रेणी में रहा। इसमें सबसे ज्यादा शहर हरियाणा के आठ हैं। हालांकि दिल्ली देश का सबसे प्रदूषित शहर है। सीपीसीबी (केंद्रीय प्रदूष्रण नियंत्रण बोर्ड) के अनुसार, दिल्ली का एक्यूआई औसतन 277 रहा है।
- दिल्ली -277 (खराब)
- सोनीपत-249(खराब)
- भिवानी-233(खराब)
- पानीपत-227(खराब)
- कुरुक्षेत्र-226(खराब)
- रोहतक-225(खराब)
- गुरुग्राम-219(खराब)
- हिसार-216(खराब)
- चरखी-दादरी-211(खराब)