खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 50 हजार रुपये का इनाम, आजाद पर हमला करने वाले चार आरोपी गिरफ्तार
भीम आर्मी चीफ और आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद पर हुए जानलेवा हमला मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. पुलिस का दावा है कि हमला करने वाले चारों शूटर चंद्रशेखर के विवादित बयानों से आहत थे. इसकी वजह से हत्या का प्रयास किया था. अरेस्ट किए गए चारों शूटर ने पूछताछ में बताया कि घटना वाले दिन 28 जून को चंद्रशेखर आजाद के कार्यक्रम की जानकारी होने पर हत्या की ठान ली थी. चंद्रशेखर आजाद के समर्थकों से शूटरों ने देवबंद में अगले कार्यक्रम की जानकारी ली थी.
मिली जानकारी के अनुसार, करनाल का रहने वाला विकास गाड़ी चला रहा था. हमले के वक्त स्विफ्ट गाड़ी स्पीड ब्रेकर पर गाड़ी धीमे होते ही गाड़ी को ओवरटेक कर तीन राउंड फायरिंग की गई. पुलिस ने शूटरों के पास से दो तमंचा, चार जिंदा कारतूस बरामद किए हैं. आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद पर जानलेवा हमले की घटना का 72 घंटे में पर्दाफाश होने पर डीजीपी ने खुलासा करने वाली टीम को 50,000 का इनाम दिया है. राजपत्रित अधिकारियों को डीजीपी की तरफ से प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा.
गौरतलब है कि चन्द्रशेखर आजाद पर बुधवार शाम को देवबंद में कार सवार हमलावरों ने जानलेवा हमला किया था. बदमाशों की गोलीबारी में चन्द्रशेखर बाल-बाल बच गए थे लेकिन एक गोली चन्द्रशेखर की कमर को छूती हुई निकल गई थी. एक अधिकारी ने बताया कि आजाद को बृहस्पतिवार को सहारनपुर के जिला चिकित्सालय से छुट्टी मिल गई थी. उन्हें बुधवार शाम को देवबंद में जानलेवा हमले के बाद सहारनपुर के जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था. जिला चिकित्सालय से छुट्टी मिलने पर पत्रकारों से बातचीत में चन्द्रशेखर आजाद ने कहा था कि वह बेहतर महसूस कर रहे हैं और उनका रक्तचाप स्थिर है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं दर्द के लिए दवा ले रहा हूं और उम्मीद है कि अगले दो-तीन दिनों में ठीक हो जाऊंगा.