पाकिस्तान सुरक्षा अभियान के दौरान 11 आतंकवादियों की मौत, बरामद हुआ गोला बारूद और हथियार
उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान में सुरक्षाबलों ने एक तलाशी अभियान के दौरान दो आत्मघाती हमलावरों सहित 11 आतंकवादियों को मार गिराया है. इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) पाकिस्तान ने इसकी जानकारी दी है. आईएसपीआर ने कहा कि अफगानिस्तान की सीमा से लगे दक्षिण वजीरिस्तान के मुख्यालय वाना जिले में चलाए गए अभियान में मारे गए आतंकियों में कमांडर हफीजुल्लाह तोरे उर्फ तोरे हाफिज भी शामिल है.
यह भी कहा गया कि सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के कब्जे से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए हैं. मारे गए आतंकवादी सुरक्षाबलों के काफिलों के साथ-साथ पुलिस प्रतिष्ठानों पर हुए विभिन्न हमलों में वॉन्टेड थे. बयान में कहा गया है कि आतंकवादियों के मारे जाने से एक बड़ा आतंकी हमला टल गया है.
इससे पहले प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने धमकी दी कि अगर सत्तारूढ़ गठबंधन के दो प्रमुख राजनीतिक दलों ने आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कदम का समर्थन जारी रखा तो वे पार्टी के शीर्ष नेताओं को निशाना बनाएंगे. टीटीपी को अल-कायदा का करीबी माना जाता है. उसने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी के नेतृत्व वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सत्तारूढ़ गठबंधन को चेतावनी दी.
बिलावल भुट्टो को दी चेतावनी
आतंकवादी समूह की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि अगर ये दोनों दल अपने रुख पर कायम रहे और सेना के गुलाम बने रहे तो उनके प्रमुख लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. लोगों को ऐसे प्रमुख लोगों के करीब जाने से बचना चाहिए. इसने विशेष रूप से विदेश मंत्री बिलावल को चेतावनी दी, जिनकी मां पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो 2007 में एक आतंकवादी हमले में मारी गई थीं.
पाकिस्तान में कई हमले कर चुका TTP
बयान में कहा गया कि हालांकि बिलावल अभी बच्चा है, इस बेचारे ने अभी तक नहीं देखा है कि युद्ध की स्थिति क्या होती है. नवंबर में टीटीपी ने जून में सरकार के साथ हुए अनिश्चितकालीन युद्धविराम को वापस ले लिया और अपने आतंकवादियों को सुरक्षा बलों पर हमले करने का आदेश दिया. टीटीपी पर पाकिस्तान में कई हमलों को अंजाम देने के आरोप लगे हैं. नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई पर 2012 में टीटीपी ने ही हमला किया था.