
पंजाब। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) दोआबा के जिला प्रधान जस्सी ढट्ट और संगठन के नेता दलवीर सिंह छीना उर्फ डीसी नूरपुरा समेत दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ एक गंभीर मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि इन नेताओं ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर संगठन के स्थानीय नेता अमनदीप सिंह उर्फ अमना पंडोरी की गोली मारकर हत्या कर दी।
यह घटना शुक्रवार रात करीब साढ़े 11 बजे रायकोट के ऐतिहासिक गुरुद्वारा टाहलीआणा साहिब के पास स्थित बीकेयू दफ्तर में हुई। बताया जा रहा है कि पारिवारिक मसले को लेकर चल रही बहस के दौरान डीसी नूरपुरा ने अपने रिवॉल्वर से अमना पंडोरी को गोली मार दी। घटना के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस को घटना की जानकारी अमना पंडोरी के भाई मुकंद सिंह ने दी, जिसने पंजाब पुलिस के आपातकालीन नंबर 112 पर फोन कर सूचित किया कि जस्सी ढट्ट और डीसी नूरपुरा ने उसके भाई को गोली मार दी है। सूचना मिलने पर डीएसपी रायकोट हरजिंदर सिंह और थाना सिटी के प्रभारी इंस्पेक्टर दविंदर सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की।
घटना के वक्त बीकेयू दफ्तर में शराब का सेवन किया जा रहा था, और आरोपियों ने किसी बात को लेकर अमना पंडोरी को फोन करके वहां बुलाया था। सूत्रों के अनुसार, अमना पंडोरी अपने जिला प्रधान जस्सी ढट्ट और डीसी नूरपुरा से पारिवारिक कारणों से नाराज था, और इसी बहस के दौरान विवाद बढ़ गया।
मृतक अमना पंडोरी पर भी पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज थे, और बीकेयू दोआबा में कई स्थानीय अपराधियों ने संगठन का सहारा ले रखा था। इस घटना से संगठन में चल रहे आंतरिक विवादों और आपसी संघर्षों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। अमना पंडोरी की हत्या से इलाके में गैंगवार की संभावनाएं बढ़ गई हैं।