देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी से शर्मनाक घटना सामने आई है। रोडवेज की चलती बस में दून की शिक्षिका के साथ तीन लोगों ने बदतमीजी की। सबसे पहले आरोपियों ने शिक्षिका के चहरे पर स्प्रे डाला जिस कारण वह बेहोश हो गई। डाट काली मंदिर के पास जब टनल आया तो बस की लाइट बंद करवा दी और छेड़खानी शुरू कर दी। पुलिस ने अज्ञातों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
शहर कोतवाल विद्याभूषण नेगी ने बताया, कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली शिक्षिका ने शिकायत की है। वह सहारनपुर जिले के एक स्कूल में पढ़ाती हैं। उन्होंने बताया, 21 जून की सुबह वह घर से स्कूल जाने के लिए पति के साथ देहरादून आईएसबीटी पहुंचीं।
पहले ही हो गया था गलत होने का एहसास
शिक्षिका को घर से निकालने पर ही लग गया था कि कोई उनका पीछा कर रहा है। उन्होंने यह बात अपने पति को बताई लेकिन शिक्षिका के पति ने बात को गंभीरता से नहीं लिया और बस में बैठाकर घर लौट गए।
दोपहर में घर लौटने के लिए शिक्षिका ने उत्तराखंड परिवहन निगम की बस पकड़ी। कन्डक्टर ने उसको अपनी बगल वाली सीट पर बैठा लिया। उनके पास बैठे एक व्यक्ति ने तीन सवारियों के लिए कंडक्टर को 500 रुपये दिए। इसके बाद कंडक्टर उठ गया और शिक्षिका के अलावा दो अन्य लोग वहां बैठ गए।
एक व्यक्ति उनकी पीछे वाली सीट पर बैठा। शिक्षिका का आरोप है कि इसी दौरान पास बैठे एक व्यक्ति ने उनके चेहरे पर स्प्रे डाला। इससे वह बेहोशी की हालत में चली गईं। केवल आवाज सुन पा रही थीं। बीच में एक बार होश आया तो खिड़की के पास बैठे व्यक्ति ने रुमाल में स्प्रे कर उनके नाक पर लगा दिया।
देहरादून से पहले डाट काली मंदिर के पास टनल आने पर उनमें से एक व्यक्ति ने कंडक्टर से बस की लाइट बंद करने को कहा। आरोप है कि अंधेरा होने पर एक व्यक्ति ने उनके साथ छेड़खानी शुरू कर दी। विरोध करने पर हाथ पकड़ लिया। शिक्षिका ने आशंका जताई है कि आरोपियों ने इस दौरान वीडियो भी बनाया है। उनका कहना है, कई दिनों से अज्ञात लोग उनका पीछा भी कर रहे थे।
रोडवेज की बस में यदि ऐसी कोई घटना हुई तो यह गंभीर है। अगर इसमें परिचालक की भूमिका मिली तो निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। -संजय गुप्ता, मंडलीय प्रबंधक, उत्तराखंड परिवहन निगम