मंदिर में विस्फोट के मामले में पुजारी हिरासत में, भड़के संतों ने अयोध्या कोतवाली घेरी
राम नगरी अयोध्या के यलोजोन में सुबह 4 बजे दो धमाके होने से हड़कंप मच गया। दोनों ही धमाके रायगंज पुलिस चौकी के ठीक बगल नरसिंह मंदिर के सामने हुए। घटना के बाद से क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तत्काल कुछ लोगों को हिरासत में लेकर जांच पड़ताल शुरू की है। वहीं, नरसिंह मंदिर के पुजारी की गिरफ्तारी से नाराज संतों ने कोतवाली का घेराव किया।
संतों का दावा है की मंदिर पर भूमाफियाओं की नजर है। कूटरचित घटना के अंतर्गत पुजारी को फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। संतों का आरोप है कि बदमाशों को अयोध्या पुलिस बढ़ावा दे रही है। रामवल्लभाकुंज के अधिकारी राजकुमार दास ने कहा करीब 20 दिन पहले ही पुलिस को सूचना दी गई थी पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महंत व श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास भी कोतवाली परिसर में मौजूद हैं। किलाधीश मैथिली रमण शरण, मंगल भवन पीठाधीश्वर कृपालु, जानकीघाट मंदिर के महंत जनमेजय शरण, महंत शशिकांत दास, महंत मिथिलेश नंदनी शरण समेत सैकड़ों की तादाद में कोतवाली का संतों ने घेराव किया है।
अयोध्या कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत रायपुर पुलिस चौकी के ठीक बगल में नरसिंह मंदिर का कब्जेदारी को लेकर महंत रामशरण दास व पुजारी रामशंकर दास के बीच में विवाद चल रहा है। मंदिर के महंत रामशरण दास ने 15 अगस्त को ही मंदिर रामशंकर दास के खिलाफ एसएसपी, सीओ अयोध्या व कोतवाल को शिकायती पत्र दिया था।
उन्होंने आरोप लगाया था कि रामशंकर मंदिर पर कब्जा करने के लिए लगातार जानलेवा धमकियां देता है। कहता है कि तुम बूढ़े हो गए हो मंदिर छोड़कर चले जाओ नहीं तो बोरे में भरकर सरयू में फेंकवा दूंगा। पत्र के जरिये उन्होंने सुरक्षा की अपील की थी।
आरोप है कि पुलिस ने शिकायती पत्र मिलने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की थी। कोतवाली प्रभारी अश्वनी पांडे ने बम धमाके की घटना से इनकार किया कहा कि मौके से कागज के कुछ टुकड़े पाए गए। बम धमाका नहीं बल्कि पटाखा फोड़ा गया था। बीडीएस की टीम को बुला कर जांच पड़ताल की जा रही है। मामले से जुड़े दोनों पक्षों के कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
मंदिर पर बमबाजी के मामले में आठ पर मुकदमा
मंदिर पर कब्जेदारी के मामले में हुए धमाके को लेकर पुलिस ने पुजारी की तहरीर पर आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। जानलेवा हमला, बलवा जैसी गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। गुरुवार सुबह मंदिर में कब्जेदारी को लेकर पुलिस को बमबारी की सूचना दी गई थी। बमबारी की सूचना के बाद पुलिस ने दोनों पक्ष से तीन-तीन लोगों को हिरासत में लिया था। मामले में मंदिर के महंत ने पुजारी पर गंभीर आरोप लगाया था। जिसके बाद अयोध्या के प्रमुख मठ मंदिरों के महंतों ने पुजारी की तरफ से मोर्चा खोल दिया। कोतवाली में तीन घंटे बैठकर विपक्षियों पर मुकदमा दर्ज कराया। सीओ अयोध्या डॉ. राजेश तिवारी ने बताया कि मामले में पुजारी रामशंकर की तहरीर पर देवराम दास वेदांती, मोहन दास सहित सात नामजद व एक अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।