कमल सिंह राजपूत हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, दो आरोपियों को किया गिरफ्तार

मध्य प्रदेश। मोह जिले के देहात थाना के जबलपुर नाका चौकी क्षेत्र में 13 अप्रैल को हुई बुजुर्ग कमल सिंह राजपूत की हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है। हत्या के 11 दिन बाद सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एक नाबालिग सहित दो आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा है। आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया। इस मामले में करणी सेना ने आंदोलन की चेतावनी भी दी थी।
आरोपियों ने बुजुर्ग की हत्या निर्ममता से की थी। उसे एक बार मारने के बाद दोबारा लौटकर लाठियों से पीटा था। इससे गंभीर रूप से घायल बुजुर्ग की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। मामले के खुलासे में देरी होने पर राजपूत करणी सेना ने पुलिस को पांच दिन का समय दिया था, इस बीच आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई थी। अब एएसपी संदीप मिश्रा ने इस हत्याकांड का खुलासा किया है।
उन्होंने बताया कि 9 अप्रैल की रात बुजुर्ग मारुताल निवासी कमल सिंह राजपूत (65) जबलपुर रोड होते हुए अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान आम चौपरा निवासी संजू यादव पिता मनू यादव (19) और एक नाबालिग आरोपी किसी तीसरे व्यक्ति से झगड़ा कर रहे थे। कमल सिंह राजपूत ने मौके पर पहुंचकर दोनों को समझाया और अलग किया। इस बात को लेकर दोनों आरोपियों ने कमल सिंह राजपूत के साथ मारपीट कर दी। आरोपी पहले एक बार मारपीट करके चले गए थे, लेकिन कुछ देर बाद लाठियां लेकर लौटे और कमल सिंह को बुरी तरह पीट दिया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से गंभीर हालत में जबलपुर रेफर किया गया। इलाज के दौरान 13 अप्रैल को उनकी मौत हो गई।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संजू यादव और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया। पूछताछ में दोनों ने वारदात स्वीकार की। पुलिस ने संजू यादव को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया, जबकि नाबालिग को किशोर न्यायालय, सागर में प्रस्तुत किया गया।