चीन के शहर शंघाई में लाकडाउन से लोगों का बुरा हाल, खाने के भी पड़ रहे लाले
शंघाई, 6 अप्रैल। चीन की सबसे बड़ी आबादी वाला शहर और देश का प्रमुख वित्तीय केंद्र कोरोना वायरस की लहर से जूझ रहा है। कोरोना की लहर के चलते और शहर के 2.6 करोड़ लोग लॉकडाउन में कैद हो चुके हैं और अब हालत यह है कि यहां पर लोगों को खाने-पीने की चीजों की दिक्कत होने लगी है।
शंघाई में सख्त लॉकडाउन के चलते शहर के सभी सुपरमार्केट और डिलीवरी पर प्रतिबंध लागू है। शहर के कई इलाकों में दो सप्ताह या उससे भी ज्यादा समय से लॉकडाउन लगा हआ है और अब प्रतिबंधों ने लोगों का जीना मुहाल कर रहा है। एक तरफ लोगों को खाने-पीने और अन्य जरूरी चीजों की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है वहीं लगातार हो रही टेस्टिंग से भी लोग आजिज आ चुके हैं।
अब तक के सबसे बड़े कोविड आउटब्रेक का सामना कर रहे शहर के प्रशासन ने बुधवार को कहा वह तब तक प्रतिबंध उठाने के बारे में नहीं सोच रहे हैं जब तक हाल में किए जा रहे टेस्ट पूरे नहीं हो जाते और उनका रिजल्ट नहीं आ जाता।
पूर्वी शंघाई के इलाकों से पिछले शुक्रवार को ही लॉकडाउन हटाने की उम्मीद की जा रही थी लेकिन यहां अभी तक लॉकडाउन जारी है। वहीं शहर के पश्चिमी हिस्सा भी बंद किया गया है।
शंघाई में 5 अप्रैल को रिकॉर्ड 16,766 नए एसिम्पटोमेटिक कोरोनावायरस मामलों का पता चला था। एक दिन पहले 13,086 केस के मुकाबले काफी ज्यादा था। पिछले महीने संक्रमण की नवीनतम लहर शुरू होने के बाद से सोमवार को शहर के कुल मामलों की संख्या 73,000 से अधिक थी।
अभी तक शहर में ओमिक्रॉन वेरिएंट से कोई मौत दर्ज नहीं की गई है।
चीन के राज्य नियंत्रित मीडिया पर महामारी नियंत्रण विभाग के शंघाई के कार्यकारी समूह के निदेशक, गु होंगहुई ने कहा है कि महामारी का प्रकोप “अभी भी उच्च स्तर पर चल रहा है। स्थिति बेहद गंभीर है।”
चीन ने शहर में मदद पहुंचाने के लिए सेना से देश भर से 10000 स्वास्थ्य कर्मियों को भेजा है जिनमें 2000 सेना से हैं।
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इसके साथ ही उत्तर-पूर्वी प्रांत जिलिन में भी कोरोना का कहर जारी है। वहीं राजधानी बीजिंग में भी 9 नए मामले सामने आए हैं।