
देहरादून। होली के दिन रेस्टोरेंट में कुछ युवकों को जबरन होली खेलने से मना करने और पुलिस को मौके पर बुलाने से गुस्साये कुछ युवकों ने रेस्टोरेंट मालिक को सबक सिखाने के लिए वहां तोडफोड कर उसमें आग लगा दी थी फूस की हट होने के कारण पूरा रेस्टोरेंट जलकर खाक हो गया था। पुलिस कप्तान ने इस मामले की जानकारी छुपाने पर कोतवाल को हटा दिया और उनके स्थान पर नये कोतवाल की तैनाती कर उन्हें हमलावरों को गिरफ्तार करने के आदेश दिये थे जिसके बाद पुलिस ने रेस्टोरेंट मे आग लगाने वाले तीन हमलावरों को दबोचकर इस हमले की सारी कहानी का पटाक्षेप कर दिया।
आज पुलिस कप्तान अजय सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि मेहूवाला विकासनगर में आनंद वाटिका नाम से एक रेस्टोरेंट है जिसमें होली के दिन कुछ लोगों द्वारा रेस्टोरेंट मे पार्टी के दौरान नोकझोंक की गई और इसकी सूचना मालिक द्वारा पुलिस को दी गई थी जिस पर पुलिस ने दोनो पक्षों को शांत कराकर रेस्टोरेंट मे बंद कराकर ताला लगा दिया था लेकिन बीस मिनट बाद एक पक्ष के बीस पच्चीस लोगों ने वहां आकर तोडफोड की और रेस्टोरेंट मे आग लगा दी थी जिससे वहां एक पुरानी मोटरसाइकिल समेत सामान जलकर खाक हो गया था।
उन्होंने बताया कि इस गुनाह को करने वाले हर्बटपुर निवासी सागर जस्सोवाला निवासी दिनेश सिंह बिष्ट व अंकुश कटारिया को गिरफ्तार किया गया। कप्तान ने बताया कि हमलावरों ने बताया कि वह अपने अन्य दोस्तों के साथ होली बनाने के लिए रेस्टोरेंट गये थे जहां पहले से कुछ लोग होली मना रहे थे और उन्होंने जब वहां जबरदस्ती होली मनाने का प्रयास किया तो रेस्तरा मालिक ने पुलिस को बुला लिया था लेकिन जब पुलिस वापस गई तो उन्होंने वहां तोडफोड कर आग लगा दी थी।
बता दें कि होली के दिन विकासनगर क्षेत्र के बादाम वाला स्थित एक रेस्टोरेंट जिसमें खानपान व बैठने की सुविधा के लिए फूसनुमा हट बनाये गये हैं उसमें खानपान को लेकर उस दिन दो पक्षों के बीच विवाद हुआ और उसके बाद एक पक्ष ने अपने आपको प्रभावशाली दिखाने के लिए फूस के केबिन मे आग लगाकर पुलिस को भी एक बडी चुनौती दे दी थी। इस घटना के बाद विकासनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज भी हुआ लेकिन इस प्रकरण में हमलावर के विरूद्व अभी तक विधि संम्मत कार्यवाही नहीं की गई और इस पूरे घटनाक्रम के बारे में उच्च अधिकारियों को सही तथ्यों की जानकारी नहीं दी।
पुलिस कप्तान अजय सिंह को जैसे ही इस पूरे सनसनीखेज मामले की जानकारी मिली तो उन्होंने तत्काल प्रभाव से विकासनगर कोतवाल को कार्यालय में अटैच कर दिया। पुलिस कप्तान ने सम्पूर्ण प्रकरण की सत्यता के लिए पुलिस अधीक्षक विकासनगर को जांच कर तथ्यात्मक रिपोर्ट देने के आदेश दिये गये हैं। पुलिस कप्तान की आज की इस कार्यवाही से उन दरोगाओं में खलबली जरूर मचेगी जो अपने आपको किसी भी इलाके का प्रभारी मानकर आम जनमानस को कई बार अपनी वर्दी का रौब गालिब करने से बाज नहीं आ रहे?