श्रीलंका को हर मुसीबत से बचाने में जुटा भारत, दवा और चिकित्सा सामग्री की किल्लत से जूझ रहे अस्पतालों को दी जाएगी मदद
कोलंबो: चीन का शागिर्द बना श्रीलंका गंभीर आर्थिक संकट (Sri Lanka Economic Crisis) से गुजर रहा है। हालात इतने खराब (Sri Lanka Crisis) हो गए हैं कि स्वास्थ्य जैसी बुनियादी जरूरतों को भी टाला जा रहा है। श्रीलंका के एक अस्पताल (News about crisis Sri Lanka) ने तो दवाईयों की कमी के कारण सभी ऑपरेशन को टाल दिया है। इस मुश्किल घड़ी में पड़ोसी देश की मदद करने के लिए भारत सामने आया है। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar Sri Lanka Visit) ने मंगलवार को कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायुक्त से इलाज टालने वाले उस श्रीलंकाई अस्पताल की मदद करने का निर्देश दिया है।
श्रीलंकाई अस्पताल ने दवाई की कमी के कारण ऑपरेशन टाला
श्रीलंका के कैंडी जिले के पेराडेनिया अस्पताल के निदेशक ने सोमवार को दवाओं की कमी के कारण नियमित तौर पर किये जाने वाले सभी तरह के ऑपरेशन को टालने का ऐलान कर दिया। इसके मद्देनजर जयशंकर ने भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले को इस बात पर चर्चा करने के लिए कहा कि भारत संकट से जूझ रहे इस देश की किस तरह मदद कर सकता है।
जयशंकर ने ट्वीट कर मदद का दिया निर्देश
जयशंकर ने ट्वीट किया कि इस खबर से परेशान हूं। मैंने उच्चायुक्त से संपर्क करने और इस बात पर चर्चा करने के लिए कहा कि भारत कैसे मदद कर सकता है। जिसके बाद भारतीय उच्चायोग ने रिप्लाई करते हुए कहा कि हमने पेराडेनिया विश्वविद्यालय के मेडिकल फैकल्टी के वीसी और डीन प्रो. लामावांसा से संपर्क किया है। उनसे नियमित और निर्धारित सर्जरी जारी रखने के लिए दवाओं के लिए उनकी आवश्यकताओं को बताने का अनुरोध किया है।
दवा, एनेस्थीसिया और ऑपरेशन के उपकरणों की कमी
सोमवार को जारी परिपत्र में कहा गया कि अस्पताल में कई तरह की दवाओं, एनेस्थीसिया और ऑपरेशन में इस्तेमाल होने वाली अन्य चीजों की कमी है। परिपत्र के मुताबिक सभी तरह की नियमित शल्य चिकित्सा को स्थगित करने का फैसला किया गया जिनमें सोमवार को अस्पताल में पहले से भर्ती मरीजों के ऑपरेशन भी शामिल हैं।
गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा श्रीलंका
श्रीलंका का मौजूदा विदेशी मुद्रा भंडार और भुगतान संतुलन संकट की स्थिति विकट है जिससे अत्यावश्यक चीजों की भी अनुपलब्धता देखने को मिल रही है। ईंधन के लिए लंबी-लंबी कतारें, भीषण बिजली कटौती और कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। जनता गोटबाया राजपक्षे सरकार पर आर्थिक संकट से निपटने में अक्षम होने का आरोप लगा रही है। श्रीलंका की सरकार ने आईएमएफ से आर्थिक राहत पैकज की गुहार लगाने से पहले भारत से मदद की अपील की है।