पति ने घरेलू विवाद के चलते की पत्नी की बेरहमी से हत्या, पूरे इलाके में पसरा मातम

किशनगंज। जिले के दिघलबैंक प्रखंड क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहां एक पति ने घरेलू विवाद के चलते अपनी पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी। इस दर्दनाक घटना के बाद पूरे इलाके में मातम पसर गया है।
सुबह खून से लथपथ मिला महिला का शव
जानकारी के मुताबिक, यह घटना गर्वंनडांगा थाना क्षेत्र के बेतबारी के वार्ड-8 की है। जहां एक महिला का शव खून से लथपथ पड़ा मिला। स्थानीय लोगों के अनुसार, आरोपी पति ने धारदार हथियार (कुल्हाड़ी) से अपनी पत्नी की हत्या कर दी। सबसे पहले आरोपी के मानसिक रूप से अस्वस्थ भाई ने शव देखा और ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी। देखते ही देखते मौके पर भीड़ इकट्ठा हो गई और घटना की सूचना पुलिस को दी गई।
मृतका की पहचान रूबी बेगम (35) के रूप में हुई है, जबकि आरोपी पति का नाम अब्दुल सकुर (40) है। घटना की जानकारी मिलते ही गर्वंनडांगा, जियापोखर, पौआखाली और दिघलबैंक थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। एसडीपीओ मंगलेश कुमार भी जांच के लिए घटनास्थल पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
शादी के 20 साल बाद भी नहीं थी घर में सुख-शांति
परिजनों और स्थानीय लोगों के अनुसार, रूबी बेगम और अब्दुल सकुर की शादी करीब 20 साल पहले हुई थी। दोनों के चार बच्चे हैं, जिनमें तीन बेटे और एक बेटी शामिल हैं। लेकिन शादी के बाद से ही उनके रिश्ते में अनबन बनी हुई थी और अक्सर दोनों के बीच झगड़े होते रहते थे। ग्रामीणों का मानना है कि आपसी विवाद के कारण ही पति ने पत्नी की हत्या कर दी। हालांकि पुलिस का कहना है कि मामले की सच्चाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट और विस्तृत जांच के बाद ही सामने आएगी।
हत्या के बाद आरोपी पति फरार
मृतका के परिजनों ने आरोपी पति पर हत्या का आरोप लगाया है। लेकिन वारदात के बाद से वह अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है। एसडीपीओ मंगलेश कुमार ने बताया कि घटना बेहद गंभीर है। परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापामारी कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मां की मौत से बेसहारा हुए बच्चे
इस दर्दनाक घटना के बाद सबसे ज्यादा प्रभावित मृतका के बच्चे हुए हैं। महज एक झटके में उनके सिर से मां का साया उठ गया, जिससे परिवार में गम का माहौल है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से बच्चों के भविष्य को लेकर उचित व्यवस्था करने की मांग की है।