शौक पूरे न करने से नाराज बेटे ने की मां की हत्या, खेत में मिला शव

उत्तर प्रदेश। औरैया जिले में निठल्ले बेटे ने शौक पूरे न करने से नाराज होकर अपनी मां के सिर को सिलबट्टे से कूच कर उनकी हत्या कर दी। 27 मार्च की रात को लोगों को बुजुर्ग महिला का खून से लथपथ शव खेत में पड़ा मिला। महिला के भाइयों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने हत्यारोपी बेटे पुष्पेंद्र को हिरासत में लिया है। फफूंद थाना के दौलतपुर गांव निवासी पुष्पेंद्र बेरोजगार है। बिना किसी कमाई के अपने शौक पूरे करने के लिए वह मां कमला देवी (70) पर निर्भर रहता था। वृद्ध होते हुए भी उसकी मां मेहनत मजदूरी कर बेटे का भरण पोषण करती थीं। 26 मार्च की रात को वह घर से मजदूरी करने के लिए निकली थीं। बेटे ने उसे मारकर खेत में फेंक दिया था।
27 मार्च की शाम को महिला के घर से दो किलोमीटर की दूरी पर खेतों से लौट रहे किसानों ने कमला देवी का शव गांव के रामनाथ के खेत में पड़ा देखा। घटना की जानकारी पर एसपी अभिजित आर शंकर, सीओ अजीतमल अशोक कुमार फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल की छानबीन कर फोरेंसिक टीम की मदद से साक्ष्य जुटाए। पुलिस की सूचना पर मौके पर पहुंचे याकूबपुर निवासी मृतका के भाई मुन्नीलाल, सिपाहीलाल और मस्तराम ने बताया कि कमला देवी के पास एक बीघा के करीब खेत व मकान था। भांजा पुष्पेंद्र नशे का आदी है, शादी के बाद भी वह कोई काम नहीं करता था। उन्होंने आरोप लगाया कि भांजा अपने शौक पूरे करने के लिए बहन पर जमीन व घर बेचने का दबाव बनाता था।
बहन के ऐसा न करने पर पुष्पेंद्र ने सिलबट्टे व ईंट से बहन का सिर कूचकर उनकी हत्या कर दी। सीओ अजीतमल अशोक कुमार ने बताया कि मृतका के भाइयों की तहरीर पर पुष्पेंद्र के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है। हिरासत में लिए गए आरोपी पुष्पेंद्र से पूछताछ की जा रही है। जिस बेटे को पालने में मां बुढापे में भी दर-दर भटक कर रोटी कमाती रही, उसी बेटे ने हैवान बनकर उसे बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। घटना को अंजाम देने के बाद वह शव को गांव से दो किलोमीटर दूर खेत में फेंक आया और गांव में मां के लापता होने का ढिंढोरा पीटता रहा। गुरुवार शाम को शव मिलने के बाद उसकी पोल खुल गई। पुलिस ने हत्यारे बेटे पुष्पेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
फफूंद थाना क्षेत्र के दौलतपुर में हुई बुजुर्ग कमला देवी की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली। थाना प्रभारी जयप्रकाश पाल ने टीम के साथ गुरुवार रात करीब डेढ़ बजे मृतका के खेत से उसके बेटे पुष्पेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पुष्पेंद्र की निशानदेही पर गांव के मुलायम सिंह के खेत से खून से सना सिलबट्टा व ईंट बरामद कर ली।
पूछताछ में पुष्पेंद्र ने बताया कि पुष्पेंद्र शराब का आदी है। काम न होने के बावजूद वह रोज नशा करता था। इस वजह से वह कर्ज में डूब गया था। कर्जदाताओं के तगादा करने पर वह मां से 16 बिस्वा जमीन बेचने की कह रहा था। 26 मार्च की रात करीब नौ बजे खाना खाने के दौरान उसने दोबारा मां से जमीन बेचने के लिए कहा, उनके इन्कार कर देने पर आवेश में आकर उसने पास रखे सिलबट्टे और ईंट से उनपर हमला कर दिया।
उनकी मौत हो जाने पर वह चुपके से शव को गांव से दो किलोमीटर दूर रामनाथ के खेत में फेंक आया था। पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है। उधर, महिला के भाइयों ने उनका अंतिम संस्कार किया। कमला की हत्या में उसके ही बेटे का नाम आने पर गांव के लोग सिसक उठे। लोगों ने कहा कि पुष्पेंद्र के निठल्लेपन से परेशान होकर उसकी पत्नी मंजू व बच्चे छह माह पहले छोड़कर चले गए थे। इसके बाद भी उसकी हरकत में सुधार नहीं आया। नशे की लत में उसने उस मां के साथ ऐसा कर दिया। लोगों ने पुष्पेंद्र को फांसी की सजा दी जाने की मांग की है।
महिला कमला के पति रामरतन, बड़े पुत्र उमेश और उसकी पत्नी अनीता की गंभीर बीमारी के कारण कई साल पहले मृत्यु हो चुकी थी। उमेश के पुत्र अनिल उर्फ पारले को भी कमला ने ही पालपोस कर बड़ा किया। वह हैदराबाद में पुष्पेंद्र के साले के साथ पत्थर लगाने का काम करता है। अनिल होली पर घर आया था और दादी के साथ रहकर बुधवार की दोपहर को ही काम पर जाने के लिए निकला था।