उत्तर प्रदेश के कानपुर के बाद राजस्थान में भी ट्रेन पलटाने की साजिश
अजमेर। राजस्थान के अजमेर जिले में पटरियों पर सीमेंट के ब्लॉक डालकर एक मालगाड़ी को पटरी से उतारने की कोशिश की गई। हालांकि, कोई अप्रिय घटना नहीं घटी। रेल अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उत्तर पश्चिम रेलवे के एक अधिकारी ने बताया, ‘कुछ बदमाशों ने रविवार को डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में पटरी पर सीमेंट के दो ब्लॉक रख दिए, जिन्हें एक मालगाड़ी ने टक्कर मार दी, लेकिन कुछ अप्रिय नहीं हुआ।’ यह घटना फुलेरा-अहमदाबाद ट्रैक पर सरधना और बांगड़ स्टेशनों के बीच घटी। फ्रेट कॉरिडोर के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
कानपुर में टला था बड़ा हादसा
इससे पहले कानपुर जिले में एक बड़ा रेल हादसा होते-होते टल गया था जब अज्ञात लोगों ने प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस के सामने पटरी पर रसोई गैस सिलेंडर रख दिया। इसे देखकर चालक ने इमर्जेंसी ब्रेक लगा दी और सिलेंडर उससे टकराकर दूर जा गिरा।
छह लोगों को हिरासत में लिया
इस घटना के सिलसिले में सोमवार को दो स्थानीय हिस्ट्रीशीटरों समेत छह लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। कानपुर पश्चिम के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) राजेश कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि की। सिंह ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों से गहन पूछताछ की जा रही है, लेकिन मीडिया से विस्तृत जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया। पुलिस का कहना है कि इस खुलासे से जांच प्रभावित हो सकती है।
आतंकियों का हाथ होने की आशंका
घटना में आतंकवादियों का हाथ होने की आशंका के मद्देनजर आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने भी मामले की अलग से जांच शुरू की है। एटीएस के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि उन्होंने अपनी जांच के तहत हर पहलू पर गौर किया है और एटीएस जो भी निष्कर्ष निकालेगी, उसे जल्द ही मीडिया के साथ साझा किया जाएगा।
आरोप है कि पेट्रोल से भरी बोतल के अलावा एलपीजी सिलेंडर को पटरी पर रखकर विस्फोट की कोशिश की गई। मामले की जांच के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की अगुवाई में पांच टीम गठित की गई हैं। मौके से मिठाई का एक डिब्बा मिलने के बाद पुलिस की एक टीम कन्नौज भी भेजी गई है। उम्मीद है कि इससे पुलिस को मामले की जांच में मदद मिलेगी।