नाइजीरिया के उत्तर-मध्य राज्य में मारे गए 160 लोग, डकैतों ने किया था हमला
नाइजीरिया के उत्तर-मध्य राज्य में हुए हमले में मरने वालों की संख्या 160 हो गई है. अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, सशस्त्र समूहों ने मध्य नाइजीरिया के शहरों को निशाना बनाया था. यह क्षेत्र लगातार धार्मिक और जातीय तनाव से ग्रस्त क्षेत्र है.
इसके अलावा 300 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज जारी है. इससे पहले स्थानीय सरकारी क्षेत्र के कार्यवाहक अध्यक्ष कसाह ने कहा था कि शनिवार और रविवार को हुए हमलों में 113 लोग मारे गए हैं. यह हमला डकैतों ने किया था.
क्या है पूरा विवाद?
दरअसल, पठार नाइजीरिया में जातीय और धार्मिक रूप से विविध मध्य बेल्ट वाले राज्यों में से एक है, जहां जलवायु परिवर्तन और बढ़ती कृषि ने समुदायों को तनावपूर्ण बना दिया है. इससे मुस्लिम चरवाहों और ईसाई किसानों के बीच तनाव बढ़ गया है. इसके परिणामस्वरूप अंतर-सांप्रदायिक हिंसा के मामलों में बढ़ोतरी हुई है, जिसमें हाल के सालों में सैकड़ों लोगों की जान चली गई है.
इस हमले के बाद, एमनेस्टी इंटरनेशनल ने नाइजीरियाई अधिकारियों की आलोचना करते हुए कहा कि वे ‘पठार राज्य के ग्रामीण समुदायों पर लगातार घातक हमलों को समाप्त करने में विफल रहे हैं’. अल जज़ीरा के अनुसार, यह क्षेत्र उत्तरी और मध्य क्षेत्रों में संघर्ष से जूझ रहा है, जहां सशस्त्र समूह काम करते हैं और सरकारी बलों पर दुर्व्यवहार करने के आरोप लगते हैं.
क्या बोले नाइजीरियाई राष्ट्रपति?
नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला टीनुबू ने इस महीने की शुरुआत में एक सैन्य ड्रोन हमले की जांच का आदेश दिया था, जिसमें एक धार्मिक उत्सव के लिए एकत्र हुए 85 नागरिकों की जान चली गई थी. टीनुबू ने इसे बमबारी दुर्घटना करार देते हुए खेद व्यक्त किया. अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, कडुना के गवर्नर उबा सानी ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों और डाकुओं को निशाना बनाने वाले ड्रोन की तरफ से नागरिकों को गलती से मार दिया गया था.